भिलाई। छत्तीसगढ़ में मानसून की विदाई का समय आ गया है। 27 सितंबर से प्रदेश में मानसून की गतिविधियां कम हो जाएंगी। मौसम केन्द्र रायपुर ने इस संबंध में जानकारी दी है। यही नहीं मानसून की गतिविधियां कम होने से एक दिन पहले 7 जिलों के लिए यलो अलर्ट भी जारी किया गया है। इस बीच गुरुवार की सुबह छत्तीसगढ़ के कई जिलों में झमाझम बारिश हुई। बारिश के कुल आंकड़ों की बात करें तो 1 जून से अब तक प्रदेश में 1176 मिमी बारिश हुई है।
मौसम विभाग से मिली जानकारी के अनुसार अभी प्रदेश में मानसून सक्रिय है। प्रदेश में अधिकांश स्थानों पर हल्की से मध्यम वर्षा दर्ज की गयी। सर्वाधिक वर्षा स्टेशन बरमकेला (जिला सारंगढ़-बिलाईगढ़) में 09 सेमी दर्ज की गयी। वहीं प्रदेश में सर्वाधिक अधिकतम तापमान 34.1°C AWS सुकमा में तथा सबसे कम न्यूनतम तापमान 22.2°C अम्बिकापुर में दर्ज किया गया।
यह है वर्षा के आंकड़े
बरमकेला 9 सेमी, सरिया 8 सेमी, नयाबाराद्वार 5 सेमी, कुसमी, कुनकुरी, गंगालूर, चंद्रपुर, हसौद, बिलाईगढ़-4 सेमी, कोमाखान, खड़गवा, पुसौर, बड़ेराजपुर, सारंगढ़, डभरा, भोपालपटनम, बस्तर, तोकापाल, जशपुरनगर, मालखरौदा, बागबहार, शंकरगढ़, फरसगांव 3 सेमी, अकलतरा, रामचन्द्रपुर, बम्हनीडीह, घरघोड़ा, सुकमा, कवर्धा, दौरा कोचली, कटघोरा, रामानुजनगर, राजपुर, नवागढ़, मुकडेगा, शिवरीनारायण, कुडा, बलौदा, रायगढ़, केशकाल, जगरगुंडा, छाल, गादीरास, बसना, अड़भार, भनपुरी, मैनपुर, डौंडीलोहारा 2 सेमी तथा अधिकांश स्थानों पर इससे कम वर्षा हुई।
हल्की बारिश के साथ एक दो स्थानों पर गिरेगी बिजली
दक्षिण-पश्चिम मानसून की वापसी की रेखा फिरोजपुर, सिरसा, चूरू, अजमेर, माउंट आबू, दीसा, सुरेंद्रनगर, जूनागढ़ और 21 डिग्री उत्तर/70 डिग्री पूर्व से होकर गुजर रही है। दक्षिण छत्तीसगढ़ और उसके आसपास के इलाकों में स्थित चक्रवाती परिसंचरण औसत समुद्र तल से 5.8 किमी ऊपर तक फैला हुआ है, जो ऊंचाई के साथ दक्षिण की ओर झुका हुआ है। एक द्रोणिका, उत्तर कोंकण से दक्षिण छत्तीसगढ़ के ऊपर स्थित उपरोक्त चक्रवाती परिसंचरण से होते हुए दक्षिण बांग्लादेश तक समुद्र तल से 5.8 किमी ऊपर तक फैली हुई है, जो ऊंचाई के साथ दक्षिण की ओर झुकी हुई है। इसके कारण शुक्रवार को प्रदेश में अनेक स्थानों पर हल्की से मध्यम वर्षा होने की संभावना है। प्रदेश में एक-दो स्थानों पर गरज चमक के साथ वज्रपात एवं कुछ स्थानों पर हल्की से मध्यम वर्षा होने की संभावना है।