आरोपी की पतासाजी में टेक्नीकल एक्सपर्ट एवं लोकल मुखबिर की महत्वपूर्ण भूमिका
जशपुर। जिले में एसपी शशिमोहन सिंह ने पुराने अपराधिक मामलों में आरोपियों की गिरफ्तारी के लिए लगातार अभियान चलाया जा रहा है। इसी कड़ी में युवक पर जानलेवा हमला कर फरारी काट रहे आरोपी को गिरफ्तार करने में पुलिस को सफलता मिली है। घटना के बाद से आरोपी बीते 4 माह से भी अधिक समय से फरार है। बेंगलुरु में छिपकर रह रहा था। टेक्नीकल एक्सपर्टस व स्थानीय मुखबिर की मदद से आरोपी को गिरफ्तार करने में सफलता मिली है।
दरअसल यह पूरा मामला बगीचा थाना क्षेत्र का है। यहां की 65 वर्षीय महिला ने 17 अप्रैल 2024 को अपनी शिकायत में बताया कि 16 अप्रैल 2024 की शाम को वह अपने घर के बाहर भिटका में बैठी थी, उसी समय वहां रहने वाले प्रताप खलखो ने गाली गलौच कर धमकी देकर चला गया। इसके कुछ देर बार वह अपनी बाइक क्रमांक CG 14 MM 7418 से आया और पास में बैठे उसके बेटे से मारपीट करने लगा। प्रताप खलको ने उसे बहुत बुरी तरह से पीटा इस बीच महिला की बेटी पहुंची तो वह भाग गया।
गंभीर हालत में युवक को अस्पताल पहुंचाया गया जहां इलाज के बाद उसकी जान बची। डॉक्टरों ने बताया था कि अस्पताल लाने में देरी होती तो बचना मुश्किल था। इसके बाद पुलिस ने इस मामले में मारपीट, गाली गलौच, जान से मारने की धमकी के साथ की हत्या के प्रयास का मामला दर्ज किया और आरोपी की पतासाजी शुरू की। घटना के बाद से आरोपी प्रताप खलको फरार हो गया था।
इधर एसपी शशिमोहन सिंह ने पुराने मामलों में गिरफ्तारी के लिए विशेष टीम बनाई थी। इस दौरान टेक्नीकल एक्सपर्ट एवं लोकल मुखबिर से आरोपी के बेंगलुरु में रहने की सूचना मिली। सूचना के बाद पुलिस की टीम बैंगलुरु पहुंची और आरोपी की रेकी की। कुछ दिन रहने के बाद पुलिस ने आरोपी प्रताप खलकों को पकड़ा और जशपुर लेकर लौटी। पूछताछ में उसने अपपना अपराध स्वीकार किया। इसके बाद पुलिस ने उसके कब्जे से घटना में प्रयुक्त मोटर सायकल को जब्त कर आरोपी को जेल भेजा गया।
इस पूरी कार्रवाई में थाना प्रभारी बगीचा निरीक्षक अमित तिवारी, एएसआई भुनेश्वर भगत, आर. सुनील एवं सायबर सेल टीम की महत्वपूर्ण भूमिका रही है। एसपी शशि मोहन सिंह ने कहा कि पुराने प्रकरणों के फरार आरोपियों की गिरफ्तारी हेतु विशेष टीम को लगाया गया है, आरोपी प्रताप खलखो अत्यंत शातिर किस्म का व्यक्ति है, उसे सायबर एक्सपर्ट एवं लोकल मुखबिर की सहायता से बेंगलुरू से पकड़कर लाया गया है, पूछताछ में उसने उक्त अपराध को घटित करना स्वीकार किया है। आरोपी की गिरफ्तारी में सम्मिलित टीम को नगद ईनाम से पुरस्कृत किया गया है।