नईदिल्ली। निर्वाचन आयोग ने शुक्रवार को जम्मू-कश्मीर और हरियाणा में चुनाव की तरीखों का ऐलान कर दिया है। धारा 370 हटने के बाद जम्मू-कश्मीर में यह पहला चुनाव होगा। यहां तीन चरणों में चुनाव संपन्न होंगे। 18 सितंबर को पहला चरण, 25 सितंबर को दूसरा चरण और 1 अक्टूबर को तीसरे चरण का मतदान होगा। वहीं हरियाणा में 1 अक्टूबर को सभी विधानसभाओं में मतदान होगा। 4 अक्टूबर को नतीजे आएंगे।
शुक्रवार को मुख्य चुनाव आयुक्त राजीव कुमार ने प्रेस कॉन्फ्रेंस लेकर जम्मू-कश्मीर और हरियाणा में विधानसभा चुनाव की तारीखों का एलान किया। जहां जम्मू कश्मीर में तीन चरणों में तो वहीं हरियाणा में एक चरण में मतदान होगा। दोनों राज्यों में नतीजे चार अक्तूबर को जारी होंगे। हरियाण में 27 अगस्त को अंतिम मतदाता सूची प्रकाशित हो जाएगी। राज्य में एक चरण में एक अक्तूबर को मतदान होगा और चार अक्तूबर को नतीजे जारी होंगे।
गौरतलब है कि जम्मू-कश्मीर में 2018 में सरकार भंग होने के बाद से ही चुनाव नहीं हुए हैं। जम्मू-कश्मीर में आखिरी बार 2014 में चुनाव हुए थे। जम्मू-कश्मीर में मतदाता सूची 20 अगस्त को जारी होगी। जम्मू कश्मीर में तीन चरणों चुनाव होगा। 18 सितंबर को पहले चरण का मतदान, 25 सितंबर को दूसरे चरण का मतदान और एक अक्तूबर को तीसरे चरण का मतदान होगा। नतीजे चार अक्तूबर को जारी होंगे।
महाराष्ट्र व झारखंड में चुनाव की घोषणा नहीं
चुनाव आयोग ने महाराष्ट्र, झारखंड व दिल्ली विधानसभा चुनावों की घोषणा नहीं की है। माना जा रहा था शुक्रवार को यहां भी चुनाव तारीखों का ऐलान कर दिया जाएगा। चुनाव आयुक्त राजीव कुमार ने साफ किया कि सुरक्षा बलों की जरूरत के आधार पर निर्वाचन आयोग ने फिलहाल दो राज्यों के विधानसभा चुनाव एक साथ कराने का फैसला किया है। उन्होंने चुनाव न कराने के दूसरे फैक्टर के रूप में महाराष्ट्र में भारी बारिश और आने वाले हफ्तों में कई त्योहारों का भी जिक्र किया।