विशाखापट्टनम । टीम इंडिया के तेज गेंदबाज दीपक चाहर ने कहा है कि आईपीएल के जरिये कम समय में भारतीय टीम में जगह बनायी जा सकती है। चाहर ने कहा कि मुझे अपने क्रिकेट करियर के शुरू में ही समझ में आ गया था कि सीमित ओवरों की क्रिकेट पर ज्यादा ध्यान देना होगा और आईपीएल भारतीय टीम में जगह बनाने का एक आसान रास्ता है। चाहर ने रणजी ट्रॉफी पदार्पण पर ही हैदराबाद के खिलाफ 10 रन देकर 8 विकेट लिए थे लेकिन उन्हें जल्द ही यह अहसास हो गया कि यह रास्ता बेहद लंबा है। चाहर ने कहा, जब मैंने अपनी गेंदबाजी में तेजी हासिल करने के लिए अपने एक्शन को बदला तो मुझे अपनी राज्य की टीम में जगह बनान भी कठिन हो गया। मुझे अचानक ही लगने लगा कि भारतीय टीम में जगह बनाने मेरे लिए बहुत ही मुश्किल होगा। अगर मैं रणजी के भरोसे रहता तो फिर मुझे बहुत सारे मैच खेलने होंगे। वहीं लगा कि अगर आप आईपीएल में अच्छा प्रदर्शन करते हो तो फिर आपको जल्द ही राष्ट्रीय टीम की तरफ से खेलने का मौका मिल सकता है। अपने करियर के उस दौर में मैंने सीमित ओवरों के क्रिकेट पर अधिक ध्यान देना शुरु कर दिया। मध्यम गति के गेंदबाज दीपक ने आईपीएल फ्रेंचाइजी चेन्नई सुपरकिंग्स से दो सत्र खेलने के बाद भारतीय टीम में जगह बनाई है। इसके बाद भी यह गेंदबाज अपनी कमजोरियों को दूर करने में लगा है। उन्होंने कहा, जब मैंने रणजी ट्रॉफी में प्रवेश किया तो मैं 125 किमी की रफ्तार से गेंदबाजी करता था। अपनी तेजी बढ़ाने के प्रयास में मैं चोटिल भी रहा। मैं जानता था कि इस तेजी से मैं अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में नहीं बने रह सकता हूं। मुझे इसे 140 तक बढ़ाना होगा और इसमें स्विंग को जोड़ना होगा। चाहर ने कहा, स्विंग लेती गेंद जो 135 से 137 किमी की रफ्तार से की गयी हो वह किसी भी बल्लेबाज के लिए बेहद मुश्किल गेंद होती है। अगर विकेट सपाट है तो 150 किमी की गेंद भी आसानी से खेली जा सकती है। चाहर ने अब तक केवल दो एकदिवसीय खेले हैं लेकिन उन्होंने पहले ही इसमें अपना कमजोर पक्ष पता कर लिया था। उन्होंने कहा, एकदिवसीय सबसे कठिन प्रारूप है। टी20 में आपका ध्यान रन रोकने पर होता है। उसमें अगर आप विकेट नहीं लेते हो लेकिन चार ओवर में 24 रन ही देते हो तो यह अच्छा विश्लेषण होता है। वहीं टेस्ट इसके विपरीत होता है ओर सपफल गेंदबाज बनने विकेट लेना जरुरी होता है।