भिलाई। छत्तीसगढ़ के बिलासपुर लोकसभा क्षेत्र से पहली बार सांसद चुने गए भाजपा के तोखन साहू को मोदी कैबिनेट में जगह मिल गई। पहली बार सांसद बनने के बाद मंत्री मंडल में जगह मिलने से प्रदेश के राजनीतिक दिग्गज हैरान हैं। छत्तीसगढ़ के कई वरिष्ठ नेता मोदी मंत्रीमंडल में शामिल होने की आस में बैठे थे लेकिन पीएम मोदी ने चौंकाते हुए तोखन साहू को केन्द्रीय राज्य मंत्री बनाया। रविवार को राष्ट्रपति भवन में अयोजित शपथ ग्रहण समारोह में तोखन साहू ने राज्यमंत्री के रूप में शपथ ली है। शपथ लेते ही तोखन साहू उन सांसदों में शामिल हो गए जो पहली बार में मंत्री बन गए। छत्तीसगढ़ के लिए भी यह एक रिकार्ड है।
बता दें लोकसभा चुनाव में छत्तीसगढ़ से भाजपा को 11 में से 10 सीटें मिली हैं। कोरबा लोकसभा से सरोज पाण्डेय की हार को छोड़ दें तो शेष सभी 10 लोकसभा क्षेत्रों में भाजपा प्रत्याशियों ने शानदार जीत दर्ज की। रायपुर लोकसभा क्षेत्र से बृजमोहन अग्रवाल पांच लाख से ज्यादा वोटों से जीत दर्ज कर रिकार्ड बनाया। वहीं दुर्ग से दूसरी बार विजय बघेल ने रिकार्ड जीत हासिल की। विजय बघेल के अलावा राजनांदगांव से संतोष पाण्डेय ने पूर्व सीएम भूपेश बघेल को धूल चटाते हुए जीत दर्ज की। माना जा रहा था कि इन तीनों में से किसी एक को मोदी केबिनेट में जगह मिल सकती है। हालांकि ऐसा नहीं हुआ।
पीएम मोदी ने चौंकाया
छत्तीसगढ़ से एक मंत्री बनना तय माना जा रहा था। भाजपा कार्यकर्ताओं के साथ ही राजनीतिक सोच रखने वालों को भी उम्मीद थी कि मोदी कैबिनेट में बृजमोहन अग्रवाल, विजय बघेल या संतोष पाण्डेय में से किसी एक को जगह मिलेगी। लेकिन पीएम मोदी ने चौंकाते हुए बिलासपुर के सांसस तोखन साहू को केन्द्रीय राज्यमंत्री बना दिया। मोदी के चौंकाने वाले फैसले के बाद माना जा रहा है कि बृजमोहन अग्रवाल, विजय बघेल या संतोष पाण्डेय को कोई बड़ी जिम्मेदारी मिल सकती है।
यह हो सकती है पीएम मोदी की सोच
तोखन साहू को मंत्री बनाने के पीछे पीएम मोदी की सोच यह है कि छत्तीसगढ़ के साहू वोटर्स को साधना। छत्तीसगढ़ में एक बड़ा तबका साहू समाज से जुड़ा हुआ है। प्रदेश की 11 लोकसभा क्षेत्रों में भाजपा ने बिलासपुर से ही साहू प्रत्याशी को मैदान में उतारा। जबकि महासमुंद व दुर्ग जिले को भी साहू बाहूल्य क्षेत्र माना जाता है। बिलासपुर से टिकट मिलने के बाद तोखन साहू ने कांग्रेस प्रत्याशी देवेन्द्र यादव को हराया। संभवत: तोखन साहू को केन्द्रीय मंत्रमंडल में शामिल करने के पीछे प्रदेश के साहू वोटर्स बड़ी वजह है। तोखन साहू को मंत्री बनाकर पीएम मोदी ने लाखों साहू वोटर्स को साधने का प्रयास किया है।
ऐसा हैं तोखन साहू का राजनीतिक सफर
भाजपा ने इस बार बिलासपुर संभाग से लोरमी विधानसभा के पूर्व विधायक तोखन साहू लोकसभा चुनाव का टिकट दिया था। तोखन साहू का जन्म 15 अक्टूबर 1969 को ग्राम डिंडोरी जिला मुंगेली में हुआ था। उनकी पत्नी का नाम लीलावती साहू है। उन्होंने एमकॉम की पढ़ाई की है। साहू ने लोरमी के छोटे से गांव सूरजपुरा से 1994 में पंच से अपने राजनीतिक जीवन की शुरुआत की। इसके बाद सरपंच, फिर जनपद सदस्य उसके बाद वर्ष 2013 में लोरमी विधानसभा सीट से पहली बार विधायक निर्वाचित हुए। इस चुनाव में उन्हें 52 हजार 302 वोट मिले थे। वहीं दूसरे नंबर पर कांग्रेस के धर्मजीत सिंह रहे, जिन्हें 46 हजार 61 वोट मिले थे। साल 2014-15 में सदस्य महिलाओं एवं बालकों के कल्याण सम्बंधी समिति ,सदस्य प्रत्यायुक्त विधानसभा समिति, छत्तीसगढ़ विधानसभा रह चुके हैं। साल 2015 में रमन सरकार में वह संसदीय सचिव रहे। बिलासपुर में तोखन साहू ने 1 लाख 64 हजार 558 वोटों से जीत हासिल की है। तोखन को कुल 7 लाख 24 हजार 937 वोट मिले हैं। वहीं कांग्रेस प्रत्याशी देवेंद्र यादव को 5 लाख 60 हजार 379 वोट मिले हैं।