बीजापुर। छत्तीसगढ़ के बीजापुर में पीड़िया के जंगल में शुक्रवार की सुबह हुई मुठभेड़ में 12 नक्सली ढेर हो गए हैं। मुठभेड़ में दौरान दो जवान भी घायल हुए हैं। अभी भी मौके पर सुकमा, बीजापुर और दंतेवाड़ा की डीआरजी कोबरा की 210 बटालियन और एसटीएफ के जवानों की सर्चिंग जारी है। बताया जा रहा है कि जंगल मे मौजूद कई बड़े नक्सलियों को जवानों ने घेर रखा है। घटनास्थल से मारे गए नक्सलियों के शव और हथियार बरामद किए गए हैं।
तीन जिलों के जवान एंटी नक्सल ऑपरेशन पर हैं और 12 घंटे तक मुठभेड़ हुई है। बड़े नक्सल लीडर्स की मौजूदगी के हिंट पर ऑपरेशन लॉन्च किया गया है। बस्तर आईजी और डीआईजी समेत जिले के एसपी ऑपरेशन पर नजर बनाए हुए हैं। जवानों को गंगालूर थाना क्षेत्र के पीड़िया इलाके में नक्सलियों के टॉप हार्डकोर नक्सली कमांडर लिंगा, पापाराव समेत बड़े लीडर्स के जंगल में होने की सूचना मिली थी। नक्सलियों की इस कमेटी में डीकेएसजेडसी, डीवीसीएम व एसीएम कैडर के बड़े नक्सली भी मौजूद हैं। सूचना के बाद पड़ोसी जिले दंतेवाड़ा, सुकमा व बीजापुर से एसटीएफ, डीआरजी, सीआरपीएफ व कोबरा बटालियन के 1200 जवानों ने साझा अभियान चलाया। जहां जंगल में शुक्रवार की सुबह हुई जबरदस्त मुठभेड़ में 12 नक्सलियों को मार गिराया। मुठभेड़ के दौरान IED की चपेट में आने से 2 जवानों के घायल होने की जानकारी मिल रही है। घायल जवानों की स्थिति खतरे से बाहर बताई जा रही है। डीआरजी का एक और एक एसटीएफ का जवान घायल हुआ है। घायल जवानों को उपचार के लिए हेलीकॉप्टर से रवाना किया गया है।
10 दिन पहले 10 नक्सली मारे गए थे
10 दिन पहले 30 अप्रैल को नारायणपुर मुठभेड़ में बस्तर पुलिस को बड़ी सफलता हाथ लगी थी। नक्सलियों और जवानों के बीच करीब 9 घंटे चली मुठभेड़ के बाद जवानों ने 10 नक्सलियों को मार गिराया था। मारे गए नक्सलियों में 3 महिला और 7 पुरुष माओवादी शामिल थे। इससे पहले 15 अप्रैल को कांकेर जिले के माड़ इलाके में सुरक्षाबलों ने 29 नक्सलियों को मार गिराया था। इनमें नक्सली लीडर शंकर राव भी शामिल था। यह नक्सलियों के खिलाफ सबसे बड़ा सफल ऑपरेशन था।
सीएम साय ने जवानों और अधिकारियों को दी बधाई
नक्सली मुठभेड़ पर सीएम विष्णुदेव साय ने जवानों और अधिकारियों को बधाई दी है। सीएम ने कहा कि घटनास्थल से मारे गए नक्सलियों के शव बरामद कर लिए गए हैं। हथियार, विस्फोटक और दैनिक उपयोग का समान भी बरामद किया गया है।