मतदान केन्द्रों में लगी रही लम्बी कतारें, पल-पल की खबर लेते दिखे प्रत्याशी
रायपुर (श्रीकंचनपथ न्यूज)। छत्तीसगढ़ की 7 सीटों पर मतदाताओं का उत्साह खूब छलका। मतदान केन्द्रों पर सुबह से ही लम्बी-लम्बी कतारें नजर आई। पूर्व की अपेक्षा आज मौसम ने भी लोकतंत्र के इस पर्व में अपना अहम् योगदान दिया और प्रदेशभर में बदली-बारिश और आंधी-तूफान के चलते गर्मी में कमी आई। इसके चलते मतदाता भी पूरे उत्साह के साथ मतदान केन्द्र पहुंचे और लोकतंत्र की पवित्र नदी में डुबकी लगाई। प्रदेश की 7 सीटों दुर्ग, रायपुर, सरगुजा, बिलासपुर, जांजगीर-चाम्पा, कोरबा और रायगढ़ में मतदान दोपहर तक जारी रहा। इससे पहले राज्य में दो चरणों में मतदान सम्पन्न हो चुका है। वहीं तीसरे चरण में 168 प्रत्याशी मैदान में हैं जिसमें 142 पुरुष व 26 महिला प्रत्याशी शामिल हैं। गौरतलब है कि इससे पहले दक्षिण क्षेत्र में पहले व दूसरे चरण के मतदान में रिकार्ड बना था। इस बार बारी मध्य व उत्तर क्षेत्र की है। चार लोकसभा सीटों में 2019 के लोकसभा चुनाव की अपेक्षा मौजूदा वर्ष में रिकार्ड कायम हुआ। बाकी बची 7 सीटों पर आज वोटिंग जारी रही। इन 7 सीटों पर भी नया रिकार्ड बनने की संभावना है।
सुहावने मौसम के चलते छत्तीसगढ़ में पहले दो घंटों में 13 फीसद मतदान हुआ। जबकि 11 बजे तक मतदान का आंकड़ा करीब 30 फीसद तक पहुंच गया। दोपहर तक यह आंकड़ा 40 से 45 फीसद के बीच रहा। इसके चलते तीसरे चरण के मतदान में भी बम्पर वोटिंग का अनुमान है। दरअसल, माना जाता है कि मतदाता सुबह के बाद शाम के वक्त घर से निकलते हैं। जबकि दोपहर में वोटिंग की रफ्तार कम होती है। अनुमान जताया जा रहा है कि छत्तीसगढ़ में कुल वोटिंग का प्रतिशत 70 से 75 फीसद रह सकता है। इस बीच, राजनीतिक दलों, जनप्रतिनिधियों के साथ ही प्रत्याशियों ने भी अपनी-अपनी जीत के दावे करना शुरू कर दिया है।
दिव्यांग को मिला सहयोग, कहा- ‘अच्छी सुविधा’
बिलासपुर में मतदान केंद्रों में मतदाताओं के सहयोग के लिए मतदाता सहायक (वोटर असिस्टेंट) उपलब्ध कराए गए थे। ये वोटर असिस्टेंट मतदाताओं को मतदाता सूची में नाम ढूंढने और मतदान केंद्र के संबंध में जानकारी प्रदान करते रहे। इसके अलावा मतदाता मित्र के रूप में एनएसएस व स्काउट गाइड के कैडेट्स भी मतदान केंद्रों में दिव्यांग, वरिष्ठ नागरिकों तथा शारीरिक रूप से अक्षम मतदाताओं को सहयोग प्रदान करने एवं व्हील चेयर, पेयजल, शरबत ,प्राथमिक स्वास्थ्य उपलब्ध कराने में सहयोग करते नजर आए। मतदाताओं ने कहा कि इनके सहयोग से ही हम मतदान केन्द्र तक वोट डालने पहुंचे है। प्रशासन की यह अच्छी सुविधा है।
सराही गई विवाह मंडप की थीम
जनपद पंचायत पलारी के ग्राम आदर्श ग्राम पंचायत अमेरा में मतदान केंद्र को छत्तीसगढ़ की पारंपरिक विवाह मंडप की थीम से सजाया गया था। जिसे मतदाताओं ने काफी सराहा और उत्साह से वोट डाले। यहां सुबह 7:00 से महिला मतदाताओं की भीड़ देखने को मिली। इस मतदान केंद्र को छत्तीसगढ़ के पारंपरिक विवाह मंडप जिसे मड़वा कहा जाता है उस थीम से सजाया गया है जिसमें छत्तीसगढ़ की सभी वैवाहिक सामग्री यहां पर गई। मंडप के नीचे विवाह में लगने वाले सभी सामग्रियों को सजा कर रखा गया। विवाह मंडप को आम के पत्तों एवम फूलो से सजाया गया। स्व सहायता समूह की महिलाओं द्वारा यह शादी मड़वा को तैयार किया गया जिसमें जिला प्रशासन का भी सहयोग रहा।
बेमेतरा में सड़क-पानी के लिए बहिष्कार
एक ओर जहां पूरे प्रदेश में मतदाताओं में मतदान को लेकर भारी उत्साह दिखाई दिया तो वहीं दूसरी ओर दुर्ग लोकसभा क्षेत्र के बेमेतरा स्थित एक गांव के लोगों ने मतदान केन्द्र का बहिष्कार किया। गांव की महिलाओं की नाराजगी पानी की समस्या को लेकर थी। बेमेतरा के ही नवागढ़ क्षेत्र के रामपुर गांव के लोगों ने भी सड़क नहीं बनाए जाने से नाराज होकर मतदान का बहिष्कार किया। बेमेतरा के घठोली गांव की इस घटना ने प्रशासन के भी कान खड़े कर दिए। बताया गया है कि गांव में पानी की समस्या को लेकर ग्रामीणों ने कई बार प्रशासन से लेकर जनप्रतिनिधियों का ध्यानाकर्षण किया था, लेकिन किसी ने ध्यान नहीं दिया। इसी के चलते गांव के लोगों ने चुनाव बहिष्कार का निर्णय लिया। ग्रामीण महिलाएं बड़ी संख्या में मतदान केन्द्र में पहुंची और केन्द्र के मुख्य गेट पर ताला जड़ दिया। ऐसी ही दूसरी घटना नवागढ़ के रामपुर गांव में भी हुई। यहां के ग्रामीणों ने चुनाव से पहले क्षेत्र में सड़क निर्माण की मांग की थी, लेकिन सड़क नहीं बनी। इससे नाराज ग्रामीणों ने मतदान का ही बहिष्कार कर दिया। ग्रामीणों का आरोप था कि आजादी के 75 सालों बाद भी गांव को एक अदद सड़क तक नसीब नहीं हुई है।
घंटेभर में हो गया सौ फीसद मतदान
कोरबा लोकसभा सीट में सुबह 9 बजे तक 15.54 प्रतिशत मतदान दर्ज किया गया है। कोरबा लोकसभा सीट के एक मतदान केंद्र में एक घंटे के अंदर ही शत-प्रतिशत मतदान हो गया। कोरिया जिले के शेरडांड के मतदान केंद्र में सुबह के एक घंटे में ही शत-प्रतिशत मतदान हो गया। यह प्रदेश का एकमात्र ऐसा मतदान केंद्र है जहां 15 से 20 मिनट में ही वोटिंग शत-प्रतिशत हो जाती है। यह प्रदेश का सबसे छोटा मतदान केंद्र है। यहां मात्रा पांच मतदाता है। पांचो के लिए निर्वाचन आयोग ने इस पोलिंग बूथ में पांच अधिकारियों को नियुक्त किया था। इस मतदान केंद्र में साल 2008 में केवल तीन मतदाता थे।
मौसम भी रहा लोकतंत्र के पक्ष में
आज सुबह से ही मौसम का मिजाज भी लोकतंत्र के इस महापर्व के पक्ष में नजर आया। प्रदेश के ज्यादातर क्षेत्रों में बदली छाई रही और ठंडी हवाएं चली। कई क्षेत्रों में सुबह बूंदाबांदी भी हुई। रायपुर में ही सुबह आंधी-तूफान के हालात निर्मित हुए। इसकी वजह से लोगों को तेज धूप, गर्मी और उमस से निजात मिली। हालांकि दोपहर होते-होते बादल छँटते नजर आए, लेकिन धूप में चुभन और जला देने का अहसास नहीं था। मौसम की वजह से लोगों में मतदान को लेकर उत्साह बढ़ा हुआ दिखा। सुबह से ही मतदान केन्द्रों में लम्बी कतारें लगी रही। मौसम विभाग ने भी आज बस्तर, सरगुजा समेत कई इलाकों में गरज-चमक के साथ बारिश की संभावना जाहिर की है। वहीं कुछ स्थानों पर वज्रपात का भी अंदेशा जाहिर किया गया है।
मधुमक्खियों के हमले में 8 ग्रामीण घायल
इधर, जशपुर के एक मतदान केन्द्र में वोटिंग करने पहुंचे ग्रामीणों पर मधुमक्खियों ने हमला कर दिया। मधुमक्खियों के हमले में 8 ग्रामीण घायल हुए हैं, जिन्हें जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया है। घायलों को देखने जशपुर विधायक अस्पताल पहुंची। घटना जशपुर के आरा मतदान केन्द्र की बताई गई है। हालांकि सभी ग्रामीण खतरे से बाहर हैं। यहां सुबह से ही मतदान को लेकर लोगों में खासा उत्साह देखने को मिला। केन्द्रों पर लम्बी-लम्बी लाइनें लगी रही। सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किए गए थे और सुरक्षा बल किसी भी अप्रिय स्थिति से निपटने के लिए तत्पर दिखा।