रायपुर। छत्तीसगढ़ के बस्तर में पहले चरण में हुए मतदान में बम्पर वोटिंग हुई। हर बार हुए लोकसभा चुनाव की तरह साल 2024 के लोकसभा चुनाव में भी वोट प्रतिशत पिछली बार से बढ़ा। साल 2019 में बस्तर लोकसभा सीट पर वोट प्रतिशत 66.19 प्रतिशत था, जो इस बार बढ़कर 67.56 प्रतिशत हो गया है। इसके कई मायने निकाले जा रहे हैं। जानकारों का कहना है कि बस्तर में वोट प्रतिशत की थ्योरी बिल्कुल अलग है।
बस्तर लोकसभा सीट पर 19 अप्रैल को हुए मतदान में 67.56 फीसदी वोटिंग दर्ज की गई। इस लोकसभा सीट की 8 विधानसभा क्षेत्रों में सबसे ज्यादा बस्तर में 83.05 प्रतिशत वोटिंग हुई। इसके बाद चित्रकोट विधानसभा सीट पर 75.21 प्रतिशत मतदान, जगदलपुर में 74.20, कोंडागांव में 75.86 प्रतिशत, दंतेवाड़ा में 67.06 प्रतिशत, नारायणपुर में 66.05 प्रतिशत, कोंटा में 54.31 फीसदी मतदान और बीजापुर में 42.50 प्रतिशत मतदान हुआ। जानकारों का मानना है कि ये पहली बार नहीं है जब बस्तर में चुनाव के दौरान वोट प्रतिशत बढ़ा है। जब-जब वहां चुनाव हुए हैं, आदिवासी मतदाताओं ने बढ़-चढ़कर वोट डाला। सूरज उगने के साथ ही वोटर्स भी पोलिंग बूथ पर लाइन में खड़े हो जाते हैं। मतदान को लेकर महिलाओं में खासा उत्साह देखने को मिला है।
छत्तीसगढ़ राज्य बनने के बाद से अब तक मतदान प्रतिशत
साल मतदान प्रतिशत
2004 43.33 फीसद
2009 47.34 फीसद
2014 59.32 फीसद
2019 66.19 फीसद
2024 67.56 फीसद
हर बार बढ़ा वोट प्रतिशत
बस्तर लोकसभा चुनाव के वोट प्रतिशत के आंकड़ों पर नजर डाले तो हर बार मतदान प्रतिशत बढ़ा है। साल 2004 में बस्तर लोकसभा चुनाव में मतदान 43.33 फीसद हुआ। 2009 में 47.34 प्रतिशत, साल 2014 में 59.32 फीसदी वोटिंग हुई। साल 2019 में 66.19 प्रतिशत और साल 2024 में 63.41 प्रतिशत हुआ। बस्तर में वोट प्रतिशत बढऩे से चुनाव आयोग उत्साहित है, लेकिन राजनीतिक जानकारों का मानना है कि वोट प्रतिशत बढऩे का किसी राजनीतिक दलों को फायदा होगा ऐसा नहीं है। जानकारों के मुताबिक, बस्तर में हमेशा से ही वोट प्रतिशत बढ़ा है। इसके लिए चुनाव आयोग का जागरूकता अभियान, सरकार का काम, राजनीतिक पार्टियों के प्रचार का असर हो सकता है। लेकिन इसका ये मतलब नहीं है कि इसका फायदा विपक्ष को होगा। पहले के ज्यादातर परिणाम भाजपा के ही पक्ष में रहे हैं। यदि 2019 लोकसभा चुनाव छोड़ दिया जाए तो लगातार बस्तर में मतदान का प्रतिशत बढऩे के बावजूद भाजपा ही जीतती आई है। यही वजह है कि इस बार चुनाव परिणाम क्या होगा, इसको लेकर कुछ भी कह मुश्किल है। जानकारों का कहना है कि वोट प्रतिशत की अलग थ्योरी, अलग कहानी, अलग केमिस्ट्री हैं। बस्तर में हर बार मतदान प्रतिशत बढ़ा है। इस बार भी बढ़ेगा। कांटे की टक्कर है।