बलौदा बाजार। छत्तीसगढ़ के बलौदा बाजार जिले में दो बदमाशों ने खौफनाक हत्याकांड को अंजाम दिया। घर के पास हुल्लड़बाजी करते हुए खपरेल तोड रहे बदमाशों को मना करने पर वे इतने आक्रोशित हो गए कि आधी रात को घर पहुंचे और आग लगाकर बाहर से दरवाजा बंद कर दिया। आगजनी में बुजुर्ग महिला व उसके बेटे की मौत हो गई और दो गंभीर रूप से घायल हैं। घटना के तीन दिन बाद पुलिस ने दोनों बदमाशों को गिरफ्तार कर लिया है। आरोपियों के खिलाफ धारा 302,307,436 342,120 (B) के तहत कार्रवाई कर उन्हें जेल भेज दिया गया है। मामला सिटी कोतवाली थाना क्षेत्र का है।
दरअसल घटना तीन दिन पहले 24 व 25 फरवरी की दरमियानी रात की है। बलौदाबाजार शहर के भैंसापसरा क्षेत्र में वृद्धा आश्रम के पास एक मकान में आग लगने की सूचना पुलिस को मिली। पुलिस के पहुंचने से पहले आसपास के लोगों ने आग बुझाना शुरू कर दिया। जब तक आग पर काबू पाते घर पर रहने वाले चार लोग बुरी तरह से झुलस गए। जैसे-तैसे पड़ोसियों द्वारा दरवाजा खोलकर घर अंदर से आग में फंसे लोगों को बाहर निकाला और सभी को तत्काल उचित उपचार के लिए जिला अस्पताल बलौदाबाजार पहुंचाया गया। अस्पताल में कमला साहू (60) व उसके बेटे सोनू साहू (28) की मौत हो गई। वहीं रानू साहू (34) व संध्या साहू (10) गंभीर रूप से घायल हैं। दोनों का फिलहाल इलाज जारी है।
रायपुर से बुलाई गई फोरेंसिक टीम
हादसे के बाद जब पुलिस ने घटना स्थल का जायजा लिया तो यह घटना अप्रत्याशित लगी। पुलिस को शंका थी कि किसी ने जानबूझ कर आग लगाया है। इसके बाद पुलिस ने आगजनी करने वाले बदमाशों की तलाश शुरू की। इसके लिए रायपुर मुख्यालय से विशेष तौर पर फ़ारेंसिक की टीम बुलाई गई जिसने विवेचना को दिशा दी। जांच के दौरान यह तथ्य सामने आया कि घटना के समय घर दरवाज़ा बाहर से बंद रहा था। साथ ही सायबर सेल से निरीक्षक लखेश केंवट, आरक्षक हेमंत नायक की टीम द्वारा मामले में सीसीटीवी फुटेज, मोबाइल आदि का तकनीकी विश्लेषण कर मानवीय सूचना से अहम सुराग ढूंढने का प्रयास किया।
पड़ोस के दो युवक निकले आरोपी
सभी पहलुओं की जांच करने पर पता चला कि इस आगजनी में निश्चित ही किसी स्थानीय एवं घर के आसपास रहने वाले कोई शामिल हैं। इसके बाद टीम का पूरा ध्यान उसी मोहल्ले में ही रहने वाले संदिग्धों पर रहने लगा। इस बीच पुलिस ने संदेह के आधार पर मृतकों के पड़ोस में ही रहने वाले करण बघेल एवं दौलत सोनवानी को पकड़ा। दोनों आदतन बदमाश हैं। दोनों को हिरासत में लेकर पूछताछ करने पर अपराध स्वीकार कर लिया। दोनों बदमाशों ने इस आगजनी का जो कारण बताया उसने पुलिस को भी हैरान कर दिया।
आग लगाकर बाहर से कर दिया दरवाजा बंद
पुलिस के अनुसार आरोपियों ने बताया कि मृतका कमला साहू से इनका विवाद हुआ था। पुलिस ने बताया कि मृतक परिवार द्वारा अपने घर के सामने झिल्ली आदि से परछी बनाया गया था तथा साथ ही सामने साड़ी, रस्सी से घेर दिया गया था। दोनों बदमाश इस घेरे में लगे साड़ी को फाड़ दिया करते थे। कमला साहू द्वारा बार-बार मना करती थी। 24 फरवरी की शाम को भी दोनों ने परछी में लगे साड़ी एवं रस्सी को फाड़ दिया गया था। इसके बाद कमला साहू का इनसे विवाद हुआ। इसके बाद दोनों बदमाशों ने कमला साहू को सबक सिखाने की योजना बनाई। योजना अनुसार दोनों ने 24-25 फरवरी की दरम्यानी रात कमला साहू के घर में आग लगा दिया एवं घर का दरवाजा बाहर से बंद कर दिया। झिल्ली, लकडी आदि से बने परछी एवं एक कमरे का खपरैल से बने घर में आग तेजी से फैला, जिससे मृतकों को बाहर निकलने एवं मदद के लिए लोगों को बुलाने का मौका भी नहीं मिल पाया। इस मामले में दोनों आरोपी करण बघेल एवं दौलत सोनवानी को विधिवत गिरफ्तार कर माननीय न्यायालय के समक्ष प्रस्तुत करते हुए जेल भेज दिया गया है।