भिलाई। औद्योगिक क्षेत्र हाउसिंग बोर्ड इलाके के फौजी नगर में अब उद्योग नहीं लगेगा। पिछली सरकार में उद्योग लगाने के लिए खेल मैदान की जमीन का अलॉर्टमेंट हो गया था जिसे रद्द कर दिया गया है। बुधवार को विधानसभा में वैशालीनगर विधायक रिकेश सेन ने यह मुद्दा उठाया। इसके बाद मामला सरकार के संज्ञान में आया और आदेश जारी हुआ कि वहां अलॉर्टेड जमीन का आबंटन निरस्त किया जाता है। इस संबंध में उद्योग मंत्री लखनलाल देवांगन ने ऐलान किया है।
बता दें जामुल थाना क्षेत्र के फौजी नगर में उद्योग लगाए जाने को लेकर पिछले महीने विवाद गरमा गया था। फौजी नगर के निवासियों से निर्माणाधीन फैक्ट्री के संचालक विनय अग्रवाल और प्रमोद अग्रवाल की हर समय तू तू मैं मैं होती रही और एक दिन मारपीट भी हो गई। इससे पहले दोनों अग्रवाल बंधुओं ने मोहल्ले के एक युवक की जमकर पिटाई की थी जिससे मोहल्ले के लोग भड़क गए और उन्होंने दोनों को घेरकर मारपीट की लेकिन पुलिस ने इस मारपीट के बाद केवल एक पक्ष पर मामला दर्ज किया था। जिसके बाद मोहल्ले वासियों ने जामुल थाने का घेरावकर जमकर नारेबाजी की।
फौजी नगर के लोगों ने किया था फैक्ट्री का विरोध
मोहल्ले के लोगों का आरोप था कि फौजी नगर में बस्ती के बीचो-बीच डीआईसी की जमीन अलॉट कर पूजा अग्रवाल जान्हवी इंटरप्राइजेस के नाम से फैक्ट्री का निर्माण कर रही है। मोहल्ले के लोगों ने कहा कि फैक्ट्री बनने से प्रदूषण होगा और उनका यहां रहना मुश्किल हो जाएगा। इसका वो लोग कई दिनों से विरोध कर रहे हैं। मोहल्ले का रहने वाला लड़का अमर साहू फैक्ट्री के बाहर गेट से वीडियो बना रहा था, यह देखकर विनय और प्रमोद अग्रवाल भड़क गए। उन्होंने अपने कर्मचारियों को उसे पीटने के लिए कहा जिसकी तस्वीरें सीसीटीवी में कैद हुई थीं।
विधायक रिकेश ने दिया था आश्वासन
फौजी नगर में फैक्ट्री का मामला जब विधायक रिकेश सेन की संज्ञान में आया तो उन्होंने यहां के लोगों को आश्वासन दिया था। विधानसभा में वैशाली नगर विधायक रिकेश सेन ने कहा कि फौजी नगर की उस जमीन पर उद्योग नहीं खुलने थे क्योंकि, वहां पर बड़ी आबादी रहती है, रिहाइशी इलाका है। लोगों ने शिकायत की थी तो मैंने कहा था कि जनता की मांगों को ध्यान में रखकर काम किया जाएगा। उद्योग विभाग ने इस जमीन का आबंटन निरस्त कर दिया है। वैशाली नगर विधायक रिकेश सेन ने जनहित के इस मुद्दे को प्रमुखता से उठाया और विधानसभा में उद्योग मंत्री ने सभी छ: आबंटन निरस्त करने की घोषणा की है। खबर मिलते ही फौजी नगर और 32 एकड़ क्षेत्र में हर्ष की लहर दौड़ पड़ी है। आबंटन मामले में पूर्व आईएएस अनिल टूटेजा पर गलत तरीके से जमीन आबंटन का आरोप भी लगा था। अग्रवाल समेत कुल छ: लोगों को ऐसा आबंटन किया गया था जिसे आज विधानसभा में उद्योग मंत्री ने निरस्त कर दिया है।
विरोध के बाद भी निर्माण पर अड़े थे उद्योगपति
फौजी नगर और 32 एकड़ रहवासियों के मुताबिक रिहायशी क्षेत्र में उद्योगपति को जमीन आबंटित कर दी गई थी। कई बार उद्योगपति से उस जमीन पर निर्माण न करवाने की मांग कर चुके थे लेकिन उद्योगपति भी अपनी जिद में निर्माण कराने आमादा था। इस जमीन पर जब बाउंड्री वाल निर्माण के लिए रेत, गिट्टी गिरवाई गई तब भी सैकड़ों लोग विरोध में उतर आए थे। इस जमीन के चारों तरफ आवास हैं। पड़ोस के सभी लोगों ने यहां उद्योग स्थापना का विरोध जताया था। विधायक रिकेश सेन ने प्रदर्शनकारियों से ज्ञापन लेकर मामले और आबंटन की जांच कराने का आश्वासन दिया था। इस बीच उद्योगपति अग्रवाल वहां पहुंचे और बाउंड्रीवाल काम शुरू करवाया तो लोग भड़क गए। दोनों पक्षों के बीच मारपीट हुई, जिसमें जामुल थाना की टीम ने मौके पर पहुंचकर मामला शांत करवाया था। उद्योगपति विनय अग्रवाल ने कुछ लोगों के खिलाफ मारपीट की रिपोर्ट भी दर्ज करवाई थी। जानकारी मिलते ही बड़ी संख्या में लोग उद्योगपति और जमीन आबंटन करने वाले अधिकारी के खिलाफ नारेबाजी करने लगे. मोहल्ले के लोगों ने निर्माण तत्काल रूकवाने की मांग प्रशासन से की थी।