बलरामपुर। बलरामपुर रामानुजगंज जिला मुख्यालय से मात्र 15 किलोमीटर दूरी पर स्थित दर्शनीय स्थल पवई झरना प्रमुख पिकनिक स्पॉट के रूप में जाना जाता है। साल की विदाई और नए साल के स्वागत के लिए पवई झरने में सैलानियों के पहुंचने का सिलसिला शुरू हो चुका है मगर इसके बावजूद यह स्थल प्रशासनिक उपेक्षा का शिकार है।
जनपद पंचायत बलरामपुर के ग्राम खडिय़ा डामर से लगे घने जंगल और पहाड़ के बीच पवई झरना है। यहां की नैसर्गिक खूबसूरती पर्यटकों को अपनी ओर आकर्षित करती है, यहां बलरामपुर जिले से बड़ी संख्या में लोग पिकनिक मनाने आते हैं। वहीं दूसरे राज्यों से भी पिकनिक मनाने सैलानी पहुंच रहे हैं। पवई झरना चारों ओर से पहाड़ों से घिरा होने के कारण शाम जल्दी हो जाती है।
100 फीट ऊपर से गिरता है झरना
पवई झरना आकर्षण का केंद्र है, यहां करीब 100 फीट ऊंचाई से पानी गिरता है झरने के नीचे चनान नदी बहती है बुनियादी सुविधा विकसित करने के लिए प्रशासनिक स्तर पर आज तक कोई पहल नहीं की गई। वन विभाग द्वारा थोड़ा बहुत यहां निर्माण कार्य सैलानियों की सुविधा के लिए कराया गया है। लेकिन यह भी नाकाफी है।
पवई झरने पर जाने के लिए पार करने पड़ते हैं तीन नाले
पवई झरने तक जाने के लिए तीन छोटे नाले पार करके जाना पड़ता है, एक नाले से तो आसानी से चार चक्का वाहन पार हो जाता है वहीं दो नाला से पार करना मुश्किल होता है। तीनों नालों में पानी बह रहा है। प्रशासन को पहल कर आने जाने के रास्ते को ठीक करने की आवश्यकता है।