स्पोर्ट्स डेस्क/नई दिल्ली (एजेंसी)। भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच विश्व कप का फाइनल रविवार (19 नवंबर) को खेला जाएगा। दोनों टीमें अहमदाबाद के नरेंद्र मोदी स्टेडियम में आमने-सामने होंगी। भारत ने सेमीफाइनल में न्यूजीलैंड को हराकर फाइनल का टिकट कटाया है। वहीं, कंगारू टीम ने दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ जीत हासिल की। अब 20 साल बाद खिताबी मुकाबले में दोनों टीमें एक बार फिर से आमने-सामने होंगी। तब ऑस्ट्रेलिया ने भारत को 125 रन से हराकर खिताब अपने नाम किया था।
भारत की नजर 2003 में मिली हार का बदला लेने पर है। उसने सेमीफाइनल में न्यूजीलैंड को हराकर 2019 विश्व कप के सेमीफाइनल में मिली हार का बदला ले लिया था। अब उसकी नजर एक और बदले पर है। टीम इंडिया अहमदाबाद में ऑस्ट्रेलिया को पटखनी देकर 20 साल पहले फाइनल में मिली हार का बदला लेना चाहेगी। खिताबी मुकाबले से पहले भारत के पक्ष में कई समीकरण बन रहे हैं। ये समीकरण 2003 विश्व कप की तरह ही हैं।
2003 में क्या हुआ था?
– ऑस्ट्रेलिया की टीम लगातार 10 जीत के बाद फाइनल में पहुंची थी।
– ऑस्ट्रेलिया ने ग्रुप राउंड में भारत के खिलाफ जीत हासिल की थी।
– टीम इंडिया तब लगातार आठ मैच जीतकर फाइनल में पहुंची थी।
– ऑस्ट्रेलिया तीसरी बार विश्व कप जीतने में सफल हुआ था।
2023 में ऑस्ट्रेलिया जैसी स्थिति में भारत
– लगातार 10 जीत के साथ भारत फाइनल में पहुंचा है।
– भारत ने ग्रुप राउंड में ऑस्ट्रेलिया को हराया था।
– ऑस्ट्रेलिया लगातार आठ मैच जीतकर फाइनल में पहुंचा है।
– भारत के पास तीसरी बार विश्व कप जीतने का मौका है।
भारत 12 साल बाद फाइनल खेलेगा
भारतीय टीम विश्व कप में 12 साल बाद फाइनल मैच खेलेगी। पिछली बार महेंद्र सिंह धोनी की कप्तानी में 2011 में टीम इंडिया खिताबी मुकाबले तक पहुंची थी। उसने मुंबई के वानखेड़े स्टेडियम में श्रीलंका को हरा दिया था। भारत 1983 में वेस्टइंडीज को हराकर चैंपियन बना था। 2003 में उसे सौरव गांगुली की कप्तानी में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ हार का सामना पड़ा था। भारत अब चौथी बार विश्व कप का फाइनल खेलेगा।
आठ साल के बाद फाइनल में ऑस्ट्रेलिया
दूसरी ओर, कंगारू टीम आठ साल के बाद विश्व कप का फाइनल खेलेगी। वह 1987, 1999, 2003, 2007 और 2015 में चैंपियन बनी थी। ऑस्ट्रेलिया को 1975 और 1996 के फाइनल में हार का सामना करना पड़ा था। उसे पिछली बार 2019 में इंग्लैंड ने सेमीफाइनल में बाहर कर दिया था।