बिलासपुर। राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मु अपने छत्तीसगढ़ प्रवास के दूसरे दिन बिलासपुर पहुंची। यहां पहुंचने के बाद वे ऐतिहासिक एवं धार्मिक नगरी रतनपुर स्थित आदिशक्ति मां महामाया देवी मंदिर पहुंची। यहां उन्होंने विधिवत पूजा- अर्चना कर देशवासियों की सुख-समृद्धि और प्रगति की कामना की। पहली बार रतनपुर स्थित महामाया देवी के मंदिर में राष्ट्रपति प्रवास हुआ है। इस अवसर पर मां महामाया देवी का राजसी श्रृंगार किया गया। इस अवसर पर राज्यपाल विश्वभूषण हरिचंदन, मुख्यमंत्री भूपेश बघेल एवं केंद्रीय जनजाति विकास राज्यमंत्री रेणुका सिंह भी मौजूद रहीं।
इससे पहले बिलासपुर पहुंचने पर पंडित सुन्दर लाल शर्मा ओपन यूनिवर्सिटी हेलीपेड पर राष्ट्रपति का स्वागत छत्तीसगढ़ के राज्यपाल विश्वभूषण हरिचंदन एवं मुख्यमंत्री भूपेश बघेल, केंद्रीय जनजाति विकास राज्यमंत्री रेणुका सिंह ने किया। छत्तीसगढ़ शासन के उच्च शिक्षा मंत्री उमेश पटेल, नगर निगम के महापौर रामशरण यादव, कलेक्टर संजीव कुमार झा, पुलिस अधीक्षक संतोष सिंह ने भी राष्ट्रपति का आत्मीय स्वागत किया। इसके पश्चात राष्ट्रपति सड़क मार्ग से रतनपुर के लिए रवाना हुईं।
उल्लेखनीय है कि ऐतिहासिक एवं धार्मिक नगरी रतनपुर का गौरवशाली इतिहास रहा है। कलचुरी वंश के शासक रत्नदेव प्रथम ने रतनपुर को अपनी राजधानी बनाया और यहाँ आदिशक्ति माँ महामाया देवी मंदिर का निर्माण कराया। यह मंदिर 11वीं शताब्दी में बनवाया गया था। माँ महामाया रतनपुर शाखा के कलचुरी वंश के राजाओं की कुलदेवी थी। यहाँ पर दोनों नवरात्रियों में भव्य मेले का आयोजन होता है, जहां प्रदेश के हर जिले से लोग आते हैं और मां महामाया के दर्शन कर उनके समक्ष मनोकामनाएं रखते हैं।