भिलाई। केन्द्रीय कैबिनेट ने दो दिन पहले घरेलू गैस सिलेण्डर की सब्सिडी बढ़ाकर 200 रुपए करने का ऐलान किया। एक सितंबर से पहले ही सब्सिडी को लागू कर दिया गया है। घरेलू गैस सिलेण्डर की सब्सिडी बढ़ने से देशभर के डिस्ट्रीब्यूटर्स को करोड़ों का नुकसान हुआ है। अकेले दुर्ग-भिलाई में डिस्ट्रीब्यूटर्स को 40 से 50 लाख का नुकसान हो गया है। अब इस नुकसान की भरपाई के लिए फेडरेशन ऑफ एलपीजी डिस्ट्रीब्यूटर इंडिया ने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी को पत्र लिखकर केन्द्रीय कोटे से इसकी भरपाई करने की मांग की है।
इस संबंध में फेडरेशन ऑफ एलपीजी डिस्ट्रीब्यूटर इंडिया के राष्ट्रिय सचिव संजय शर्मा ने बताया कि 29 अगस्त को केन्द्रीय कैबिनेट की घोषणा के बाद नई सब्सिडी अपड़ेट कर दी गई है। इस बीच 29 अगस्त को जो स्टॉक डिस्ट्रीब्यूटर्स के पास पहुंचा वह पुरानी दरों पर मिला। इसका भुगतान गैस एजेंसियों को करना है। इधर सब्सिडी बढ़ने से प्रति सिलेण्डर 200 रुपए के करीब अतिरिक्त भुगतान डिस्ट्रीब्यूटर्स को करना पड़ रहा है।
तीनों कंपनियों के 32 डिस्ट्रीब्यूटर्स
सचिव संजय शर्मा ने बताया कि बता दें दुर्ग भिलाई में तीनों कंपनियों के 32 डिस्ट्रीब्यूर्स हैं। इन सभी डिस्ट्रीब्यूटर्स के पास गोदाम का स्टॉक और 29 अगस्त को प्लांट से डिस्पेच हुए सिलेण्डर को मिलाकर इसका भुगतान पुराने दर पर करना है। इसके बाद कार इन्हें अत्याधिक नुकसान का सामना करना पड़ रहा है। फेडरेशन ऑफ एलपीजी डिस्ट्रीब्यूटर इंडिया ने पीएम मोदी से मूल्य संरक्षण नीति के तहत नुकसान की भरपाई कर वित्तीय संकट से निकालने की मांग की गई है।

जानिए नुकसान का गणित
गैस सिलेण्डर पर पूर्व में आम उपभोक्ताओं को करीब 61 रुपए व उज्ज्वला लाभार्थियों को 200 रुपए सब्सिडी दी जा रही थी। अब यह सब्सडी बढ़कर 200 व 400 रुपए कर दी गई। दुर्ग भिलाई में घरेलू गैस की कीमत 1174.50 रुपए प्रति सिलेण्डर है। सब्सिडी बढ़ने से प्रत्येक सिलेंण्डर पर 200 रुपए का फायदा उपभोक्ताओं को मिलेगा। चुंकी 29 अगस्त को कैबिनेट के निर्णय के बाद इसे सेंट्रल सर्वर में अपड़ेट कर दिया गया। इसके कारण पूराने स्टॉक व 29 अगस्त को डिस्पैच होने वाले सिलेण्डरों पर अतिरिक्त राशि का भुगतान डिस्ट्रीब्यूटर्स को करना पड़ेगा जबिक सब्सिडी की राशि सीधे खाते में जाती है। इसी नुकसान की भरपाई के लिए पीएम मोदी को पत्र लिखकर मांग की गई है।