अंबिकापुर। कांग्रेस से विधानसभा टिकट के लिए मिले आवेदनों को स्क्रुटनी के बाद प्रदेश कांग्रेस कमेटी को भेज दिया गया है। शनिवार को अंबिकापुर में डिप्टी सीएम टीएस सिंहदेव ने पत्रकारों से चर्चा करते हुए कहा कि संभाग के कुछ प्रत्याशी नए चेहरे हो सकते हैं। हालांकि, वर्तमान विधायकों का टिकट काटना कठिन निर्णय होता है। कुछ दिन बचे हैं, इसलिए अभी पक्का कह नहीं सकते कि कितने चेहरे नए होंगे। डिप्टी सीएम सिंहदेव ने रामानुजगंज विधानसभा क्षेत्र में अंबिकापुर महापौर डॉ. अजय तिर्की की दावेदारी को मजबूत बताया है। उन्होंने कहा कि डा. अजय तिर्की तीन बार से टिकट मांग रहे हैं। उनकी क्षेत्र में अच्छी पकड़ है।
2018 में हुए विधानसभा चुनाव में सरगुजा संभाग की सभी 14 सीटों पर कांग्रेस ने ऐतिहासिक जीत हासिल की थी। होने वाले विधानसभा चुनाव में कांग्रेस के लिए पिछला रिकार्ड कायम रख पाना लगभग असंभव दिखाई दे रहा है। अविभाजित सरगुजा की आठ विधानसभा सीटों में से प्रतापपुर को छोड़कर भटगांव, प्रेमनगर, रामानुजगंज, सामरी, लुंड्रा, अंबिकापुर और सीतापुर सीटों में सभी प्रत्याशी दो या इससे अधिक बार विधायक बने हैं।

कोरिया जिले की तीनों सीटों बैकुंठपुर, भरतपुर-सोनहत एवं मनेंद्रगढ़ में पहली बार तीनों विधायक चुनाव जीते हैं। जशपुर जिले में पत्थलगांव विधानसभा को छोड़कर कुनकुरी और जशपुर सीटों पर पहली बार दोनों विधायक विधानसभा पहुंचे हैं। कई विधानसभा क्षेत्रों में 15 साल बाद सत्तासीन हुई कांग्रेस के कार्यकर्ताओं में विधायकों के प्रति नाराजगी है। कुछ विधायकों के कामकाज को लेकर लोगों में निराशा है। ऐसे में प्रत्याशियों का एंटी इनकंबेंसी कांग्रेस अपने पाले में नहीं लेना चाहती। ऐसी स्थिति में कई विधायक अपनी टिकट को लेकर सशंकित हैं।
