शरीर का वजन ज्यादा कम या ज्यादा बढऩा दोनों ही सेहत के लिए ठीक नहीं है। अंडरवेट होने से कमजोरी आती है और ओवरवेट होने से हार्ट अटैक का खतरा बढ़ सकता है। वजन बढ़ना हार्ट फेल होने का संकेत भी हो सकता है। इससे कई और गंभीर बीमारी हो सकती है। वजन बढ़ना तब और खतरनाक हो सकता है, जब हफ्तेभर में ही काफी तेजी से बढ़ जाए। आइए जानते हैं एक हफ्ते में कितना वजन बढ़ जाना ज्यादा माना जाता है।
इतना वजन बढ़ना दिल के लिए खतरनाक
रिपोर्ट के अनुसार, अगर एक हफ्ते में 2.2 किलोग्राम से ज्यादा वजन बढ़ जाए या एक दिन में 1 से 1.5 किलो वजन बढ़ जाए तो हार्ट फेल भी हो सकता है। इससे दिल का कामकाज प्रभावित होता है और शरीर में पानी भरने लगता है।
किडनी खराब हो सकता है
अचानक से वजन का बढ़ना किडनी की सेहत के लिए भी खतरनाक है। इससे किडनी सही तरह से काम नहीं कर पाता है और शरीर में पानी भरने लगता है। इसके चलते शरीर में सूजन और तेजी से वजन बढऩे जैसे लक्षण दिखने लगते हैं। इसे नजरअंदाज नहीं करना चाहिए।
लिवर सिरोसिस का खतरा
बहुत तेजी से पेट निकलना लिवर सिरोसिस से हुई सूजन भी हो सकती है। इसमें लिवर तेजी से खराब हो सकता है। शराब का ज्यादा सेवन, हेपेटाइटिस या कोई दूसरी बीमारी भी लिवर सिरोसिस का कारण बन सकती है।
ओवेरियन कैंसर
अगर महिलाओं में तेजी से वजन बढ़ रहा है तो ये कैंसर के लक्षण हो सकते हैं। इससे ओवेरियन कैंसर में वेट गेन या ब्लोटिंग की समस्या भी हो सकती है। इसके साथ पेट में दर्द, नींद न आना, बार-बार पेशाब लगना,, भूख न लगना जैसे लक्षण नजर आ सकते हैं।
थायराइड की प्रॉब्लम
जब शरीर में थायराइड हॉर्मोन कम बनने लगता है तो वजन तेजी से बढ़ता है। ये बीमारी मेटाबॉलिज्म को स्लो कर देती है, जिससे बॉडी का फैट बढ़ जाता है और उसमें पानी भरने लगता है।