जगदलपुर। जगदलपुर पुलिस ने दो शातिर ठगों को गिरफ्तार किया है। एक आरोपी बिहार निवासी प्रकाश कुमार की गिरफ्तारी गुरुगांव के मानेसर से की गई है। जबकि दूसरे आरोपी अमन गौतम को पुलिस ने सेंट्रल दिल्ली के इंदरपुरी से पकड़ा है। आरोपियों के पास से पुलिस ने चार मोबाइल, अलग-अलग बैंकों के पासबुक और आधार कार्ड बरामद किए हैं। आरोपी प्रकाश कुमार खुद को बीएसएफ का अफसर बताता था। फिर सेना में नौकरी का झांसा देकर लोगों से ठगी करता। वहीं आरोपी अमन गौतम क्रेडिट कार्ड की लिमिट बढ़ाने या बंद कराने के नाम पर फ्रॉड करता।
किश्तों में खाते में ट्रांसफर कराए 1.80 लाख रुपये
जानकारी के मुताबिक, छोटेदेवड़ा निवासी कमललोचन बघेल ने बस्तर थाने में मामला दर्ज कराया था कि, उसके मोबाइल पर एक कॉल आई। कॉल करने वाले ने खुद को बीएसएफ का अफसर बताया। फिर बीएसएफ में नौकरी लगवाने की बात कही। आरोपी ने विश्वास दिलाने के लिए अपना आईडी कार्ड भी व्हॉट्सएप पर भेजा। उसकी बातों में आकर कमल लोचन ने किस्तों में 1.80 लाख रुपये यूपीआई के जरिए उसके एसबीआई खाते में ट्रांसफर कर दिए। इसके बाद आरोपी ने अपना मोबाइल बंद कर लिया। इस पर पुलिस ने तकनीकी साक्ष्यों के आधार पर आरोपी प्रकाश कुमार को गिरफ्तार कर लिया।


कार्ड बंद कराने के लिए भेजा ओटीपी और निकाल लिए रुपये
वहीं दूसरे मामले में परचनपाल निवासी नंद किशोर शाक्य ने शिकायत दर्ज कराई कि, उसके मोबाइल पर कॉल आया। कॉल करने वाले ने खुद को बैंक कर्मचारी बताते हुए क्रेडिट कार्ड की लिमिट बढ़ाने की बात कही। इस पर नंद किशोर ने क्रेडिट कार्ड की जरूरत नहीं होने और उसे बंद करने को कहा। इसके बाद कॉल करने वाले ने प्रोसेस के लिए ओटीपी भेजने और उसे बताने के लिए कहा। उसकी बातों में आकर नंद किशोर ने जानकारी दे दी। इस पर उसके खाते से 84,301 रुपये निकल गए। पुलिस ने साइबर सेल की मदद से आरोपी अमन गौतम को गिरफ्तार कर लिया है।

पुलिस ने की साइबर फ्रॉड से बचने की अपील
- एटीएम ब्लॉक होने/करने, केवाईसी अपडेट कराने खाता को आधार से लिंक कराने, एवं सिम अपडेट करने के नाम पर आनलाईन ठगी किया जाता है, ऐसे फोन कॉल से सावधान रहें।
- रिमोट एक्सेस एप डाउनलोड कराकर मोबाइल बैंकिंग से न्यूनतम राशि का आहरण कराकर ठगी किया जाता है, ऐसे आहरण से बचे।
- अपने मोाबाईल में डाटा प्रोटेक्सन हेतु एंटी वायरस अवश्य डलवायें और समय समय पर पासवर्ड बदलते रहें।
- गूगल में उपलब्ध कस्टमर केयर नंबर का प्रयोग करने से पहले इसकी जांच कर लें।
- अनजान व्यक्ति से बैंक एकांउट डिटेल तथा ओ.टी.पी.,एम-पिन आदि महत्वपूर्ण जानकारी शेयर न करें।
- साइबर ठगी के संबंध में शासन के वेबसाइट, एनसीसीआर पोर्टल एवं टोल-फ्री नंबर 1930 पर अपनी शिकायत कहीं पर भी दर्ज करवा सकते हैं।