मनेंद्रगढ़। छत्तीसगढ़ के मनेंद्रगढ़-चिरमिरी-भरतपुर जिले में अंधविश्वास के चलते दो भाइयो के शवों को गोबर में गाड़कर घंटों उनके जिंदा होने का इंतजार करते रहे। घटना की सूचना मिलने के बाद मौके पर पहुंची पुलिस ने परिजनों के साथ ही गांव के लोगों को समझाइश दी। इसके बाद दोनों का अंतिम संस्कार किया गया। दोनों भाइयों की मौत शनिवार को गाज गिरने से हो गई थी और उसके बाद उन्हें जिंदा करने के लिए उन्हें गोबर में गाड़ दिया गया था।
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यह पूरा जिले के नागपुर चौकी क्षेत्र स्थित सोनवर्षा गांव का है। 22 अप्रैल की शाम को को छत्तीसगढ़ के अधिकतर जिलों में मौसम बिगड़ा। तेज आंधी के साथ बारिश व गाज गिरने की घटनाएं सामने आई। इसबीच सोनवर्षा गांव के दो सगे भाई आशीष टोप्पो और सियोन टोप्पो महुवा बीनने के लिए जंगल की ओर गए थे। इस दौरान आंधी के साथ गाज गिरी और दोनों भाई उसकी चपेट में आ गए। इससे उनकी मौके पर ही मौत हो गई।
इसके बाद उन्हें जिंदा करने का खेल शुरू हुआ। इसके लिए दोनों के शवों को गोबर का लेप लगातार गोबर में गाड़ दिया गया। गाड़ने के बाद अब परिजनों के साथ ही गांव वाले भी उनके जिंदा होने का इंतजार करने लगे। इसके बाद भी दोनों में कोई हलचल नहीं हुई। इस बीच इसकी जानकारी पुलिस को मिली। मौके पर पहुंची पुलिस ने परिजनों के साथ की ग्रामीणों को समझाया और शवों को गोबर से बाहर निकाला गया। इसके बाद दोनों का अंतिम संस्कार कर दिया गया।