छुरा। ग्राम मोहराडीही में विदाई समारोह कार्यक्रम आयोजित किया गया था इस कार्यक्रम के मुख्य अतिथि श्री द्वारिका प्रसाद जांगड़े सेवानिवृत्त शिक्षक अध्यक्षता श्रीमती राजकुमारी ध्रुव सरपंच ग्राम पंचायत टेंगनाबासा विशेष अतिथि एस एल घिदौडे शिक्षा अधिकारी श्री शीतल ध्रुव समाज सेवक भरत साहू संकुल समन्वय मानसिंह ध्रुव शाला प्रबंधन अध्यक्ष, धरम सिंग पंच थे।। कार्यक्रम का शुभारंभ अतिथियों द्वारा भारत माता के छायाचित्र पर दीप प्रज्वलित कर प्रारंभ किया गया। अतिथियों का स्वागत ग्राम वासियों द्वारा एवं स्कूल के शिक्षकों द्वारा पुष्पमाला तिलक लगाकर स्वागत किया जीवन परिचय शिक्षा प्रतिवेदन हेतु शिक्षक श्री हीरा धर साहू के द्वारा वाचन किया गया। ग्राम वासियों द्वारा शाला प्रबंधन द्वारा स्कूल के स्टाफ द्वारा सेवानिवृत्त शिक्षक श्री द्वारिका प्रसाद जांगड़े को मोहराडीही के स्कूलों में अपना शिक्षकीय जीवन बिताने पर स्मृति चिन्ह के रूप में ग्राम वासियों द्वारा सप्रेम भेंट साल नारियल के द्वारा किया गया। श्री जांगड़े ने छुरा विकासखंड में 32 वर्षों तक अपनी सेवाएं दी हैं सबसे पहले छुरा विकासखंड के दूरस्थ अंचल उड़ीसा सीमा से लगा हुआ कनफ़ाड़ प्राथमिक शाला में। जटियातोरा, खट्टी, लोहझर, फिर शासकीय प्राथमिक शाला मोहराडीही में 9 वर्षों तक सेवाएं दी। कार्यक्रम के मुख्य अतिथि द्वारिका प्रसाद जांगड़े ने अपने जीवन के छात्र जीवन को बताते हुए कहा जब हम स्कूल पर प्रार्थना पर नहीं पहुंचते समय पर नहीं आते हैं तो शिक्षकों द्वारा डांट खानी पड़ती थी जिसके बदौलत हमने अनुशासन काए समय प्रबंधन का ध्यान रखाए उन्हीं की शिक्षा से हमने शिक्षक पद प्राप्त किया। उन्होंने कहा अपने बच्चों को प्रतिदिन सुबह.शाम माता पिता का चरण स्पर्श करने को कहा। ऐसी संस्कार अपने बच्चों को दीजिए जिससे उन्हें आशीर्वाद प्राप्त हो प्रथम गुरु माता पिता होता है हमने अपने जीवन में बहुत उतार.चढ़ाव देखे हैं शिक्षा ऐसा चीज है जिसके कारण व सम्मान पाता है तो अपने बच्चों को अच्छी शिक्षा देवें यही शिक्षक का असली पूंजी होता है विकास खंड शिक्षा देने कहा शिक्षक कभी रिटायर नहीं होते हैं आपके पास शिक्षक की ज्ञान का अधिक अनुभव होता है अपने अनुभव का समाज में मार्गदर्शक देने का काम करे जिसके कारण समाज आपकी शिक्षा का सही सदुपयोग करता है शिक्षा के बिना जीवन अधूरा है गुरुओं के सानिध्य में शिष्य नेता प्रोफेसर अधिकारी कर्मचारी सभी बनते हैं श्रीमती राजकुमारी ध्रुव सरपंच ने भी जांगड़े जी के शिक्षक के कार्य को प्रणाम करते हुए दीर्घायु जीवन उज्जवल की शुभकामनाएं दिया श्री भरत साहू ने जांगड़े जी के बारे में खट्टे मीठे अनुभव बताएं जांगड़े जी मिलनसार व्यक्ति हैं वह हमेशा स्कूल 10 मिनट पहले पहुंचते थे साथ ही स्कूल छुट्टी होने के पश्चात गांव वालों से मुलाकात करते हुए घर जाते थे हमने खुद इनके साथ कई बार गांव वालों से बातचीत किए हैं ऐसे शिक्षक की जरूरत है। कार्यक्रम का संचालन श्री त्रिलोक ध्रुव शिक्षक ने किया आभार व्यक्त प्रधान पाठिका का श्रीमती लता साहू ने किया।कार्यक्रम में श्री ज्ञान सिंह नेताम शिक्षक श्रीमती गायत्री साहू शिक्षिका रामीण बाई सीताबाई ओम बाई आश दुकलहिन कुमारीबाई लक्ष्मीबाई मथुराबाई ताराबाई, मोतिन बाई, हेमसिंग, देवनारायण, रेवाराम, हरिराम,परदेसीराम,योगेश, ग्रामीण जन छात्र-छात्राएं कार्यक्रम में उपस्थित थे।