New delhi. जमीन के बदले नौकरी घोटाले बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री लालू यादव के परिवार की मुश्किले बढ़ती ही जा रही है। ताजा मामले में केंद्रीय जांच ब्यूरो (CBI) ने बिहार के उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव को इस मामले में पूछताछ के लिए समन जारी किया है। लैंड फॉर जॉब स्कैम में सीबीआई को तेजस्वी यादव के खिलाफ काफी सुबूत मिले हैं और संभवत: इसी आधार पर सीबीआई ने समन जारी किया है।
बता दें लैंड फॉर जॉब स्कैम मामले में ईडी ने दिल्ली, और पटना सहित करीब 15 जगहों पर लालू यादव के करीबियों के यहां छापेमारी की थी। यह छापेमारी तेजस्वी यादव और लालू यादव की बेटियों के घर के अलावा अन्य राजद नेताओं के आवास सहित लालू यादव के समधी के गाजियाबाद स्थित घर पर भी रेड की गई। इस दौरान जांच एजेंसी ने बड़ी मात्रा में नकदी, विदेशी करेंसी और सोना बरामद किया था। अब सीबीआई ने तेजस्वी यादव को पूछताछ के लिए बुलाया है।
जानिए क्या है नौकरी के बदले जमीन घोटाला केस
2004 से 2009 के बीच यूपीए सरकार में लालू यादव के रेल मंत्री रहते हुए नौकरी के बदले कथित जमीन घोटाला हुआ था। सीबीआई का आरोप है कि रेल मंत्री रहते हुए लालू यादव ने पटना के 12 लोगों को ग्रुप डी में नौकरी दी और उनसे अपने परिवार के लोगों के नाम पटना में जमीनें लिखवा लीं। सीबीआई का दावा है कि लालू यादव की पत्नी राबड़ी देवी, बेटी मीसा भारती और हेमा यादव के नाम प्लॉट्स की रजिस्ट्री कराई गई और जमीन की मामूली कीमत नकद में चुकाई गई। रेलवे में जिन पदों पर भर्ती हुई, उसका न तो विज्ञापन निकाला गया और न ही सेंट्रल रेलवे को सूचना दी गई। आवेदन देने के 3 दिन के अंदर नौकरी दे दी गई। जिन्हें नौकरी दी गई उनकी योग्यता भी नहीं थी।