भिलाई। शहर की बेटी डॉ अंकिता शर्मा मिश्रा को कोरोना काल में उनके उत्कृष्ट योगदान के लिए हिन्द शिरोमणी सम्मान से विभूषित किया गया है। डॉ अंकिता ने हैदराबाद के निजाम मेडिकल कालेज में डीएम का कोर्स करने के दौरान कोविड के अति गंभीर मरीजों की नि:स्वार्थ सेवा की थी। जयपुर में दिए गए इस खिताब को उनकी तरफ से उनकी माता श्रीमती अलका शर्मा ने ग्रहण किया। डॉ अंकिता सम्प्रति निजाम मेडिकल इंस्टीट्यूट में सहायक प्रोफेसर हैं।
अंकिता का जन्म और स्कूली शिक्षा भिलाई में ही हुई है। अलका एवं राकेश शर्मा की पुत्री अंकिता ने डीपीएस रिसाली से अपनी स्कूली शिक्षा प्राप्त की। उन्होंने कर्नाटक के एमआर मेडिकल कालेज गुलबर्गा से एमबीबीएस किया। बनारस हिन्दू विश्वविद्यालय से एमडी फार्माकोलॉजी करने के बाद सुपरस्पेशलाइजेशन (डीएम) के लिए वे निजाम मेडिकल इंस्टीट्यूट हैदराबाद से संबद्ध हुईं। डीएम करने के बाद वे इसी संस्थान में अपनी सेवाएं दे रही हैं।
कोविड काल में डॉ अंकिता की ड्यूटी आईसीयू में लगी थी। कोविड की पहली और दूसरी लहर के दौरान उन्होंने बिना कोई छुट्टी लिए, स्वयं को सुरक्षित रखते हुए मरीजों की सेवा में जुटी रहीं। उनका फार्माकोलॉजी विभाग इस पूरे दौर में कोविड की मेडिसिन और वैक्सिनेशन के क्षेत्र में अनुसंधान कर रहा था। वे भारतीय कोविड वैक्सीन ट्रायल के फेस 1, 2 एवं 3 का सक्रिय हिस्सा रहीं। उनका आलेख ‘कोविड-19 पैन्डामिक एवं उसके प्रभावÓ एक अंतरराष्ट्रीय जर्नल में प्रकाशित हुआ। उन्होंने टेली मेडिसिन के साथ-साथ कोविड-19 के मरीजों के आइसोलेशन के समय भी परामर्श देने के लिए सदैव अपनी उपलब्धता बनाए रखी।





