हेयर स्मूदनिंग बालों को सीधा करने वाला ट्रीटमेंट है। इसमें सबसे पहले फॉर्मलडिहाइड का घोल लगाकर बालों को सुखाया जाता है और फिर बालों को एक सीधी स्थिति में लॉक करने के लिए एक फ्लैट आयरन का इस्तेमाल किया जाता है। हेयर स्मूथिंग ट्रीटमेंट को केराटिन स्मूथिंग या ब्राजीलियाई ब्लोआउट्स के रूप में भी जाना जाता है। इस ट्रीटमेंट से तीन से छह महीने तक बाल सीधे रहते हैं, लेकिन इसके कई नुकसान भी हैं। आइए इसके नुकसान जानें।
बालों का झड़ना
बालों का झड़नाहेयर स्मूदनिंग का सबसे आम दुष्प्रभाव है। दरअसल, इस ट्रीटमेंट के दौरान हानिकारक रसायन युक्त उत्पादों का इस्तेमाल होता है, जिससे बालों के रोम कमजोर हो जाते हैं और जड़ों से अलग हो लगते हैं। इस कारण बाल झड़नेलगते हैं। विशेषज्ञों के अनुसार, हेयर स्मूदनिंग की प्रक्रिया के लिए इस्तेमाल किए जाने वाले रसायन युक्त उत्पाद और इनकी गर्मी बालों को कमजोर कर देती है और बालों का झडऩा तेज होने लगता है।
चक्कर, आंखों में जलन और त्वचा पर चकत्ते निकलना
हेयर स्मूदनिंग में इस्तेमाल होने वाले रसायनों की महक मतली और चक्कर आने का कारण बन सकती है। इसके अतिरिक्त, इससे आंखों के पास जलन और खुजली भी महसूस हो सकती है। इस ट्रीटमेंट के रसायनों के कारण त्वचा पर चक्कते निकलने की संभावना भी बढ़ सकती है। इस ट्रीटमेंट में फॉर्मलडिहाइड नामक एक यौगिक का भी इस्तेमाल किया जाता है, जो त्वचा पर खुजली और लालिमा उत्पन्न कर सकता है।
बालों की बनावट हो सकती है खराब
स्मूदनिंग ट्रीटमेंट में बालों के स्ट्रैंड्स में अमीनो एसिड और डाइसल्फाइड बॉन्ड टूट जाते हैं और बाल एकदम सीधे हो जाते हैं, लेकिन इससे बालों की प्राकृतिक बनावट प्रभावित हो सकती है। इससे बालों में रूखापन आ सकता है। इसका कारण स्कैल्प में रसायनों का रिसना है। इससे सतह परतदार हो जाती है। इस रूखेपन से बचने के लिए बालों पर बार-बार तेल लगाना आवश्यक है।
दोमुंहे बाल होना
हेयर स्मूदनिंग में इस्तेमाल किए जाने वाले रसायनों से बालों की नमी पर बुरा असर पड़ता है। इसमें बालों प्राकृतिक नमी कम होती है, जिसके कारण दोमुंहे बाल होने का खतरा बढ़ जाता है। दोमुंहे बाल न सिर्फ बालों को नुकसान पहुंचाते हैं, बल्कि ये स्कैल्प के रोमछिद्रों को भी कमजोर करते हैं। हालांकि, कुछ घरेलू नुस्खों को अपनाकर आप इस समस्या से छुटकारा पा सकते हैं।
डैंड्रफ की समस्या होना
डैंड्रफ बालों की सबसे खराब समस्याओं में से एक है, क्योंकि इसके कारण खुजली, बालों का झडऩा और चिकनापन जैसी समस्या भी होने लगती है। यह समस्या हेयर स्मूदनिंग के कारण भी हो सकती है। इसके अतिरिक्त, इस ट्रीटमेंट के लिए इस्तेमाल किया जाने वाला हेयर लोशन और सीरम चिकनाई का कारण बनते हैं। बात दें कि बालों को नुकसान से बचाने के लिए अक्सर सीरम और क्रीम की सलाह दी जाती है, लेकिन उनका अधिक इस्तेमाल अच्छा नहीं है।