नईदिल्ली (एजेंसी)। तुर्की में सोमवार को एक के बाद एक भूकंप के तीन झटकों से देश में भारी तबाही आई है। तुर्की और सीरिया में भूकंप से अब तक 2310 लोगों की मौत हो गई है जबकि 10,000 से ज्यादा लोग घायल हो गए हैं। सुबह दो झटकों के बाद सोमवार शाम को तुर्की में भूकंप का तीसरा झटका आया। रिक्टर पैमाने पर इसकी तीव्रता 6.0 रही. यह बीते 24 घंटों में तुर्की में आया तीसरा भूकंप है। इधर भूकंप से प्रभावित तुर्की की मदद के लिए भारत ने एनडीआरएफ की दो टीमें भेजने का ऐलान किया है।
एजेंसी से मिली रिपोर्ट के अनुसार सोमवार तड़के आए भूकंप के लगभग 12 घंटे बाद शाम को तुर्की में भूकंप के एक और झटके से लोग दहल गए। तुर्की के राष्ट्रपति रेचेप तैय्यप अर्दोगन ने भूकंप के मद्देनजर आपात बैठक की। जिसमें भूकंप पीड़ितों के लिए हरसंभव मदद की पेशकश की है।
तुर्की में भूकंप का पहला झटका सोमवार सुबह करीब सवा चार बजे आया। भूकंप का केंद्र गजियांटेप इलाके में था, जो सीरिया बॉर्डर से सिर्फ 90 किलोमीटर दूर है। सीरिया में भी भूकंप ने भारी तबाही मचाई। सीरिया के कई शहरों में भूकंप ने तबाही मचाई. अकेले सीरिया में भूकंप से 783 लोगों की मौत की खबर है। सोमवार तड़के ही सीमा के दोनों ओर के लोग भूकंप के झटके से उठ खड़े हुए। इमारतें भूकंप के झटकों से हिलने लगी। प्रशासन ने बड़े पैमाने पर प्रभावित कई शहरों में राहत एवं बचाव कार्य जारी रखा है।
NDRF की 2 टीमें तुर्की भेजेगा भारत
पीएम मोदी के निर्देश पर तुर्की को तत्काल सहायता देने के मुद्दे पर प्रधानमंत्री के मुख्य सचिव पीके मिश्रा ने अहम बैठक बुलाई। बैठक में तय हुआ है कि सर्च और रेस्क्यू अभियान के लिए एनडीआरएफ और मेडिकल टीम तुर्की भेजी जाएंगी। इसके साथ राहत सामग्री भी जल्द से जल्द तुर्की के लिए रवाना की जाएगी। एनडीआरएफ की दो टीमों में 100 जवान होंगे. इनमें डॉग स्क्वायड भी शामिल हैं। इसके अलावा ये टीमें जरूरी उपकरण भी अपने साथ ले जाएंगी। मेडिकल टीम में डॉक्टर, अन्य स्टाफ और जरूरी दवाएं होंगी।