राज्यसभा सांसद डॉ. सरोज पाण्डेय करेंगी मंडई मेले का शुभारंभ
भिलाई। छत्तीसगढ़ लोक कला महोत्सव भव्य मंडई मेला का आयोजन आगामी 24 से 26 जनवरी 2023 तीन दिवसीय मेले का आयोजन कुरूद में जय ज्योति पंथी कला समिति के बैनरतले किया जा रहा है। कार्यक्रम की मुख्य अतिथि राज्यसभा सांसद सरोज पाण्डेय इस मंडई मेले का उद्घाटन भी करेंगी। पत्रवार्ता में प्रो. व भाजपा नेत्री स्वाती साहू अंर्तराष्ट्रीय लोक कलाकार मोहन चतुर्वेदी ने जानकारी देते हुए बताया कि हमारी समिति पिछले 12 वर्षों से छग की लोककला को आगे बढ़ाने के लिए सतत प्रयासरत है। अनेको वर्षों से हम छग के संस्कृति को आगे बढ़ाने के लिए सांस्कृतिक एवं रचनात्मक कार्यों को करते आए है। इसी कड़ी में वार्ड 21 व 22 कुरूद में भव्य मंडई मेले का आयोजन किया जा रहा है।
जिसमें 15 से अधिक स्टाल के अलावा दो छत्तीसगढ़ी व्यजनों को स्टाल व झूले इत्यादी लगाए जा रहे है। मेले प्रतिनिधि 3 से रात 10 बजे तक आम लोगों के लिए खुला रहेगा। साथ ही कार्यक्रम की शुरूआत में चौका आरती, राउत नाचा, बासगीत, दरिया, संम्बलपुरी नृत्य फाग एण्ड झुमर, लम्बाडी नृत्य, गरबा नृत्य, सुवा नृत्य, पंडवानी के अलावा छग के भी कार्यक्रम की प्रस्तुती होगी। 6 राज्यों के अंतर्राष्ट्रीय राष्ट्रीय कलाकार जिनके संख्या 90 के लगभग है वह मप्र असम गुजरात आंध्रप्रदेश उड़ीसा हरियाणा के अलावा छत्तीसगढ़ के कलाकार शामिल होंगे।
कार्यक्रम की तैयारी जोर शोर से की जा रही है। बाहर से आने वाले कलाकार अपने अपने राज्यों की कला को यहां परोसेेगे। और दर्शकों का मन मोहेगें। कुरूद के रहने वाले मोहन दास चतुर्वेदी जो अंर्तराष्ट्रीय कलाकार है। जिन्होंने देश की राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मु के शपथग्रहण कार्यक्रम में अपनी टीम के साथ कार्यक्रम की प्रस्तुती दी है। उन्हें स्व. देवदास बंजारे व भीम राव अंम्बेडकर पुरूस्कार से भी नवाजा जा चुका है। वह गोल्डमेडलिस्ट भी है। उनके सहयोग व मार्गदर्शन में इस मंडई मेले का आयोजन बड़े ही धूमधाम से किया जा रहा है। छत्त्ीसगढ़ शासन से भी इस मंडई मेले के सहयोग के लिए पत्राचार किया गया है। वार्ड 21 और 22 की पार्षद नेहा साहू, अनिता अजय साहू का भी हमारे इस मंडई मेले को भरपुर सहयोग मिल रहा है।

पत्रकारवार्त में उपस्थित लोगोंं में पूनम शुक्ला, नरेन्द्र निषाद, कैलाश चतुर्वेदी, संजय गायकवाड़, हरीश साहू, राजेश देशलहरा, बलराम साहू, अजय साहू, श्री निर्मलकर का इस कार्यक्रम को सफल बनाने में महत्पवूर्ण योगदान है।




