भिलाई। छत्तीसगढ़ में कड़ाके की ठंड पड़ रही है। प्रदेश के कई जिलों में ठंड ने लोगों में कंपकपी ला दी है। प्रदेश में तापमान का आलम यह है कि पहली बार इस सीजन की बर्फ भी देखने को मिली है। सरगुजा बेल्ट व चिल्फी घाटी में बर्फ की चादर देखने को मिली है। सरगुजा के अलावा कवर्धा के चिल्फी घाटी में बर्फ की सफेद चादर बिछ गई है। कोरिया जिले में शनिवार को न्यूनतम तापमान 3 डिग्री के आसपास दर्ज किया गया। सरगुजा संभाग के अधिकांश जिलों में न्यूनतम तापमान न्यूनतम स्टेज पर पहुंच गया है। अंबिकापुर में जहां न्यूनतम तापमान चार से पांच डिग्री के बीच रहा है। वहीं सबसे गर्म जगह की बात की जाए तो बस्तर का जगदलपुर रहा जहां न्यूनतम तापमान 16 डिग्री दर्ज किया गया।
मौसम विभाग के अनुसार इस जनवरी का महीना ठंडा रहने की उम्मीद है। प्रदेश के लगभग सभी जिलों में कड़ाके की ठंड पड़ रही है। शनिवार को सुबह घना कोहरा छाया रहा। जशपुर में यह 4 डिग्री और सरगुजा में 4.6 डिग्री सेल्सियस रिकॉर्ड हुआ है। बिलासपुर संभाग के जिलों का न्यूनतम तापमान भी 10 डिग्री सेल्सियस से नीचे चला गया है। वहीं रायपुर संभाग में बलौदा बाजार का तापमान 7.5 डिग्री सेल्सियस तक गिरा है। रायपुर में 11 तो दुर्ग में न्यूनतम तापमान 9 डिग्री के आसपास रिकार्ड किया गया है।
इसके अलावा राजनांदगांव में 10 डिग्री दर्ज किया गया। बस्तर संभाग में कांकेर जिला सबसे ठंडा रहा है। शनिवार को नारायणपुर में 9.3 डिग्री सेल्सियस तापमान रिकॉर्ड हुआ है। तापमान में गिरावट के कारण सरगुजा व बिलासपुर संभाग सुबह घने और मध्यम स्तर के कोहरे की चपेट में आ गया था। कोरिया, चिल्फी घाटी और जशपुर के कुछ इलाकों में सीजन की पहली बर्फ देखी गई। यहां पर पानी जमने लगा है। घने कोहरे की वजह से दृष्यता भी कम हो गई है।
आने कुछ दिनों तक पड़ेगी कड़ाके की ठंड
मौसम विभाग का अनुमान है कि छत्तीसगढ़ में आने वाले कुछ दिनों तक कड़ाके की ठंड पड़ेगी। हवाओं की दिशा बदलने के कारण मौसम बदला है। उत्तरी भारत से आ रही ठंडी हवाओं के कारण प्रदेश में ठंड बढ़ी है जिसके कारण लगातार पारा गिर रहा है। सुबह के समय हालात ऐसे हैं कि 7 बजे तक सूर्योदय नहीं हो रहा है। इसके कारण लोगों की कहीं न कहीं दिक्कतों का भी सामना करना पड़ रहा है।
स्कूलों की टाइमिंग से भी परेशानी
सबसे बड़ी परेशानी स्कूली बच्चों को हो रही है। कड़ाके की ठंड के कारण सुबह-सुबह बच्चों को काफी दिक्कतें का सामना करना पड़ रहा है। ठंड के बाद भी स्कूलों का समय बदला नहीं गया है। दूर दराज के स्कूल जाने वाले बच्चों को सुबह पांच बजे जगना पड़ रहा है। दुर्ग भिलाई के अधिकतर स्कूलों की टाइमिंग सुबह की है। जहां दो पालियों में स्कूल लग रहा है वहां सुबह 7 बजे से क्लासेस लग रही हैं।