रायपुर। छत्तीसगढ़ में आरक्षण विवाद थम नहीं रहा है। विधानसभा से पारित होने के बाद बिल पर राज्यपाल के हस्ताक्षर होने हैं जो अभी तक नहीं हुआ है। इस बीच राजभवन से खबर आई कि विभागों से क्यूरी की जा रही है। इधर महासमुंद से भेंटमुलाकात के बाद वापस लौटे सीएम भूपेश बघेल ने मीडिया से चर्चा के दौरान राज्यपाल के स्टैंड पर गहरी नाराजीग जताई। उन्होंने कहा कि जब आरक्षण बिल विधानसभा से पारित हो गया तो फिर क्यूरी किससे हो रही है। क्या विधानसभा से बड़े विभाग हो गए हैं।
सीएम बघेल ने कहा कि आरक्षण किसी एक वर्ग का नहीं होता यह सबके लिए होता है। इसके नियम है और सभी नियमों के तहत ही आरक्षण बिल लाया गया। राज्यपाल की ओर से पहले कहा गया था कि वो वे बिल पर हस्ताक्षर कर देंगी। लेकिन अब उनका स्टैंड बदल गया है। उन्होंने विभागों से किए जा रहे सवालों पर भी नाराजगी जताई है। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने सवाल किया कि क्या राजभवन को पता नहीं कि विधानसभा में पारित होने के विभागों से क्यूरी की जरूरत ही नहीं।

भाजपा के इशारों पर चल रहा है राजभवन
मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने कहा कि राजभवन के काम भी भाजपा के इशारों पर हो रहे हैं। 10 दिनों से बिल रोक रखा है आखिर हस्ताक्षर क्यों नहीं हो रहे। सीएम बघेल ने कहा कि विधानसभा की कार्रवाई राजभवन में सुनाई देती है। जब आरक्षण प्रस्ताव पारित किया जा रहा था तो क्या इसकी जानकारी नहीं थी। सीएम बघेल ने आरोप लगाया कि राजभवन के अफसर भाजपा की कटपुतली की तरह काम कर रहे हैं।
