भिलाई। नौकरी लगाने के नाम पर करोड़ों की धोखाधड़ी कर फरार आरोपियों को दुर्ग पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। इस मामले में दुर्ग पुलिस ने उत्तर प्रदेश के कानपुर से एक व छत्तीसगढ़ के सक्ति जिले से एक आरोपी को गरिफ्तार किया है। दोनों आरोपियों के बैंक खातों में करोड़ों रुपए के लेनदेन का खुलासा हुआ है। दोनों ने मिलकर कई लोगों को नौकरी के नाम चूना लगाया। दुर्ग एसपी डॉ अभिषेक पल्लव ने शुक्रवार को पुलिस कंट्रोल रूम सेक्टर -6 में इस मामले का खुलासा किया है।
एसपी पल्लव ने बताया कि थाना छावनी में पीडिता ने शिकायत करते हुए बताया कि अंकित कानपुर तथा नूतन सिंह निवासी कोरबा का रहने वाले ने मुलाकात कर घर आकर झांसा दिया था। दोनों ने कहा कि उनकी ऊपर के लोगों से अच्छी जान पहचान है। सभी जान पहचान वालो का शासकीय नौकरी, चपरासी, एस आई. बैंक में कलंक, विधुत विभाग, पुलिस विभाग व अन्य जगहों में नौकरी लगा सकते हैं। इस तरह 34,16,006 रुपये का घोखाधडी कर फरार हो गए। इस मामले में छावनी पुलिस ने धारा 420, 34 भादवि का अपराध पंजीबद्ध कर जांच पड़ताल शुरू की थी। इसके बाद पुलिस ने दोनों आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है।
आरोपियों की तलाश के दौरान पुलिस को आरोपी का लोकेशन कानपुर में मिला। इसके बाद छावनी पुलिस की एक टीम कानपुर पहुंची और वहां से आरोपी अंकित को गिरफ्तार किया। वहीं एक टीम सक्ति पहुंची और नूतन चौहान को गिरफ्तार किया। एसपी पल्लव ने बताया कि आरोपी अंकित सिंह के खाता स्टेटमेंट के एनालाइज से 1 करोड़ रुपए का ट्रांजेक्शन मिला जिसमें 70 लाख रूपये ट्रांजेक्शन की पुष्टि हो चुकी तथा बाकि 30 लाख रुपए का ट्राजेक्शन संदेहास्पद है, जिसकी जांच पडताल जारी है।

एसपी पल्लव ने बताया कि इससे पहले भी आरोपी अंकित सिंह के खिलाफ जिला कोरबा के बाल्को थाना में वर्ष 2019 में धारा 120बी, 420 भादवि का प्रकरण पंजीबद्ध हुआ है। जिसमें पीडिता को झांसी में बैंक ऑफ बडोदा में नौकरी लगाने के नाम पर कुल 3,27,000 रूपये का चोखाधडी किया था। दोनों आरोपियों से कड़ी पूछताछ से जानकारी मिली कि इन दोनों ने जांजगिर चांपा, सक्ति व कांकेर में कई लोगो को नौकरी लगाने के नाम पर झांसा दिया और लाखों रुपए ठगी कर फरार हो गए।




