दुर्ग. आम आदमी पार्टी के जिला अध्यक्ष मेहरबान सिंह और शहर अध्यक्ष डॉ. एसके अग्रवाल को दुर्ग पुलिस ने गिरफ्तार कर पांच घंटे थाने में बैठाकर रखा। आप पार्टी के जिलाध्यक्ष मेहरबान सिंह ने कोतवाली थाने से छूटने के बाद देर रात एक वीडियो जारी किया। जिसमें निगम पर गंभीर आरोप लगाए हैं। गुरुवार को शासकीय कार्य में बाधा का आरोप लगाकर निगम आयुक्त ने उनके खिलाफ श्किायत दर्ज कराई थी। दरअसल गुरुवार को दुर्ग निगम आयुक्त ने आप के शहर अध्यक्ष डॉ. एसके अग्रवाल के आर्य नगर स्थित नर्सिंग होम में छापेमार कार्रवाई करते हुए तालाबंदी कर दी। नर्सिंग होम में साफ-सफाई को लेकर लापरवाही और एनजीटी के नियमों की अनदेखी की शिकायत पर निगम कमिश्नर लक्ष्मण तिवारी की अगुवाई में निगम के अमले ने नर्सिंग होम में दबिश देकर जांच की। इसमें व्यापक गड़बड़ी पाई गई।
निगम के टीम से भिड़े दोनों
निगम के की कार्रवाई से नाराज डॉ. अग्रवाल और आम आदमी पार्टी के नेता मेहरबान सिंह ने निगम अमले से कथित तौर पर हुज्जतबाजी भी की। इस पर उनके खिलाफ भी कार्रवाई की गई। बतां दें कि डॉ. अग्रवाल आप प्रत्याशी के रूप में शहर विधानसभा का चुनाव भी लड़ चुके हैं।
स्थानीय लोगों की शिकायत पर कार्रवाई
निगम प्रशासन से मिली जानकारी के मुताबिक आर्य नगर स्थित डॉ. एसके अग्रवाल के नर्सिंग होम में गंदगी और मेडिकल वेस्ट के निष्पादन को लेकर नियमों की अनदेखी को लेकर मरीजों और स्थानीय लोगों ने कमिश्नर लक्ष्मण तिवारी के समक्ष गुरुवार की सुबह करीब 10 बजे शिकायत दर्ज कराई थी। इसे गंभीरता से लेते हुए कमिश्नर ने निगम के अमले से साथ शाम करीब साढ़े 6 बजे नर्सिंग होम में दबिश देकर जांच की।
पाई गई खामियां
निगम प्रशासन से मिली जानकारी के मुताबिक इस दौरान अस्पताल परिसर में साफ सफाई अनुकूल नहीं पाया गया। ऑपरेशन थियेटर में भी गंदगी पाई गई। मेडिकल वेस्ट का संकलन भी नियमों के अनुरूप नहीं पाया गया और बड़ी मात्रा में वेस्ट डंप पाया गया। यह एनजीटी के प्रावधानों के विपरीत पाया गया। निगम प्रशासन से मिली जानकारी के मुताबिक जांच के दौरान अस्पताल के कर्मचारी कोई भी दस्तावेज प्रस्तुत नहीं कर पाए। वहीं नर्सिंग होम का रजिस्ट्रेशन नर्सिंग होम एक्ट के तहत 2019 का पाया गया। इस लायसेंस का नवीनीकरण नहीं कराया गया था।