भिलाई . शासकीय चंदूलाल चंद्राकर मेमोरियल मेडिकल कॉलेज में MBBS के पहले बैच की कक्षाएं मंगलवार से शुरू हो गईं। काउंसलिंग के जरिए आए 166 एमबीबीएस विद्यार्थियों ने मंगलवार को वाइट कोट सेरेमनी में हिस्सा लिया। समाज और मरीजों के लिए हमेशा उपलब्ध रहने की शपथ ली। मेडिकल काउंसिल ऑफ इंडिया के निरीक्षण के बाद सीएम मेडिकल कॉलेज को 200 सीटों पर प्रवेश की मान्यता दी गई, जिसमें से अभी तक 166 एडमिशन हो गए। शेष विद्यार्थियों का प्रवेश जारी काउंसलिंग से हो रहा है।
निभाई अनोखी परंपरा
इस अवसर पर विशिष्ट परम्परा निभाई गई जिसे कैडेवरिक ओथ कहते हैं, जिसमें हर चिकित्सा छात्र को उस शव के लिए एक शपथ लेनी होती है, जिसके विच्छेदन कर डॉक्टर्स शरीर रचना एवं सर्जरी का प्रशिक्षण लेंगे। डॉ. क्षीर सागर ने छात्रों को कैडेवरिक वोथ दिलवाई। डॉ. रोली चंद्राकर ने एक मार्मिक कविता से छात्रों को अभिभूत किया। जिसमें ये बताया गया कि वो शव जिसका विच्छेद कर वे कुशल चिकित्सक बनेगें, उनसे कह रहा है कि जब मैंने इस शव विच्छेदन में प्रवेश लिया तो मैं सम्पूर्ण था।
अब आप सब मेरे अंग प्रत्येकांगों को चीर फाड़कर मेरी हड्डियों को हथेलियों से तोड़कर मेरे दिल दिमाग और फेफड़ों को मेरे शरीर से विलग कर चिकित्सकीय ज्ञान लेंगे। और मेरा अस्तित्व इन चिकित्सा छात्रों के प्रशिक्षण में विलीन हो जाएगा। मैं उन्हें सब सिखाने आया हूं, और बदले में उनसे आशा करता हूं कि वे बहोत कुशल चिकित्सक बनेंगे और रोगियों की चिकित्सा कर अपना अपने परिवार, प्रदेश व देश का मान बढ़ाएंगे।
यह रहे कार्यक्रम में मौजूद
नए बैच के इस कार्यक्रम के दौरान अस्पताल अधीक्षक डॉ. अतुल मनोहर राव देशकर, शरीर रचना विभाग के आचार्य डॉ. दिलीप क्षीर सागर, डॉ. रोली चंद्राकर, डॉ. शिल्पी श्रीवास्तव, अनुषा दास, शरीर क्रिया विभाग के डॉ. अंशुल सिंघवी, जीव रसायन विभाग से डॉ. स्वाति हिवाले आदि उपस्थित रहे।