कवर्धा. कबीरधाम जिले के सहसपुर लोहारा नगर पंचायत में कांग्रेस ने अध्यक्ष और उपाध्यक्ष का पद गवां दिया है। अविश्वास प्रस्ताव के बाद सोमवार को हुई वोटिंग में सत्ताधारी पार्टी बहुमत हासिल करने में नाकामयाब रही। जिसके चलते दोनों ही पद गंवाने पड़े। दरअसल यहां भाजपा और कांग्रेस के सात-सात पार्षद है। एक निर्दलीय पार्षद के सहयोग से कांग्रेस ने अध्यक्ष और उपाध्यक्ष का पद हासिल किया था। अविश्वास प्रस्ताव के बाद हुई वोटिंग में पार्टी को करारी हार मिली है।
छह महीने पहले लाए थे अविश्वास प्रस्ताव
नगर पंचायत सहसपुर लोहारा में भाजपा के सात व 3 कांग्रेस पार्षदों ने अविश्वास प्रस्ताव की मांग छह महीने पहले की थी। जिसके बाद मामला हाईकोर्ट पहुंच गया था। हाईकोर्ट से मिले निर्देश के बाद अतिरिक्त कलेक्टर इन्द्रजीत बर्मन ने निर्वाचन की प्रक्रिया पूरी कराई। अध्यक्ष और उपाध्यक्ष के लिए मतदान कराया गया। सोमवार को अविश्वास प्रस्ताव लाने वाले पार्षदों के पक्ष में 10 वोट पड़े। वहीं अध्यक्ष-उपाध्यक्ष के पक्ष में केवल 5 वोट ही पड़े। जबकि उन्हें अपनी कुर्सी बचाने के लिए 6 वोट की जरूरत थी। इस तरह अध्यक्ष उषा श्रीवास व उपाध्यक्ष आभा श्रीवास्तव की कुर्सी चली गई है।
गंवानी पड़ी कुर्सी
सहसपुर लोहारा नगरीय निकाय में दो साल पूर्व चुनाव के समय शुरुवात में अंक गणित सटीक नहीं बैठ रहा था, क्योंकि कांग्रेस और भाजपा के 7-7 पार्षद जीते। लेकिन आखिर में एक निर्दलीय पार्षद ने पाला बदलकर कांग्रेस का साथ दिया था, जिसे उपाध्यक्ष बनाया गया और कांग्रेस की अध्यक्ष बैठी। लेकिन दो साल भी तालमेल सही नहीं बैठने के चलते कांग्रेस को अध्यक्ष की कुर्सी गंवानी पड़ी है।
