दिल्ली. कोरोना ने एक बार फिर दुनिया की बेचैनी बढ़ा दी है। भारत में कोरोना के मामले न के बराबर रह गए हैं, लेकिन पड़ोसी देश चीन में यह वायरस कहर बरपा रहा है। भारत में 2020 में पहला मामला चीन से लौटे एक छात्र के साथ आया था, इसलिए इस बार सरकार सतर्क है। अगले माह क्रिसमस व न्यू ईयर पर जो अंडमान-निकाबोर द्वीप के पोर्ट ब्लेयर या लद्दाख के लेह की यात्रा करेंगे उन्हें आरटी-पीसीआर जांच रिपोर्ट साथ रखनी होगी।

अधिकतर राज्यों व केंद्र शासित प्रदेशों ने कोरोना प्रतिबंधों में ढील दे दी है। कुछ प्रदेश चाहते हैं कि जिन लोगों ने टीकाकरण नहीं कराया है, वे यात्रा से पहले 48 से 96 घंटों में आरटी-पीसीआर जांच करा लें या हवाई अड्डों पर जांच की जाए। दक्षिण अंडमान के उपायुक्त सुनील अंचिपाका ने बताया कि केंद्रशासित प्रदेश टीकाकरण नहीं कराने वाले यात्रियों की जांच कर रहा है।
जांच निरर्थक
वैज्ञानिकों का कहना है कि भारत में अब जांच प्रक्रिया निरर्थक है। इसका वैज्ञानिक औचित्य नहीं है। उनका तर्क है कि यह पुष्टि हो चुकी है कि टीकाकरण करा चुका व्यक्ति भी संक्रमण फैला सकता है, तो टीकाकरण नहीं कराने वाले लोगों के लिए आरटी-पीसीआर जांच अनिवार्य करने का मतलब नहीं है।