बलरामपुर (एजेंसी)। बलरामपुर में धर्मांतरण को लेकर बुधवार देर रात से हंगामा जारी है। पहले धर्मसभा को लेकर विवाद हो गया। फिर दो समुदायों के बीच हाथापाई हो गई। किसी तरह पुलिस ने मामला शांत कराया। गुरुवार को फिर एक समुदाय के लोगों ने कार्रवाई की मांग को लेकर चक्काजाम कर दिया। करीब एक घंटे तक हंगामा चलता रहा। इसके बाद पुलिस ने पादरी सहित चार लोगों के खिलाफ मामला दर्ज कर उन्हें गिरफ्तार कर लिया है। फिलहाल क्षेत्र में तनाव को देखते हुए फोर्स तैनात की गई है।
पादरी पर धर्मांतरण का आरोप
मिली जानकारी के अनुसार राजपुर के पहाडख़ड़ूया में बुधवार रात धर्मांतरण की सूचना मिलने पर बड़ी संख्या में भाजपाई एकत्र हो गए। उन्होंने राजपुर तहसीलदार सुरेंद्र पैकरा और पुलिस को जानकारी दी। थोड़ी देर में फोर्स भी पहुंच गई। बताया जा रहा है कि इस दौरान एक ग्रामीण के घर का दरवाजा खटखटाया गया तो वहां एक पादरी करीब 30 ग्रामीणों को उपदेश दे रहा था। इस पर भाजपा नेताओं ने धर्मांतरण का आरोप लगाया और विवाद हो गया। इस पर पुलिस ने कुछ लोगों को हिरासत में ले लिया।
मंदिर में गंदगी पर हाथापाई, तीन थानों की फोर्स तैनात
धर्मांतरण को लेकर दो पक्षों में तनाव की स्थिति को देखते हुए राजपुर में तीन थानों की पुलिस फोर्स तैनात की गई है। वहीं पादरी के समर्थन में पहुंचे लोगों के एक मंदिर परिसर को गंदा करने की सूचना पर भी बवाल हो गया। हिंदू संगठनों और पादरी समर्थकों के बीच हाथापाई हो गई। पुलिस ने किसी तरह से उन्हें शांत कराया। पुलिस ने पहाडख़ुड़वा निवासी अनिल कुजूर, सरगवां निवासी सी. बशील तिग्गा, लोधी निवासी धर्मलाल तिर्की और सरिमा निवासी जीवित लाल को गिरफ्तार कर लिया है।
कार्रवाई नहीं होने पर भड़के भाजपाई
पुलिस हिरासत में लेने के बाद भी पादरी के समर्थक थाने पहुंच गए और कार्रवाई नहीं करने की मांग करने लगे। उनका कहना था कि धर्मांतरण नहीं हो रहा था, सिर्फ धार्मिक कार्यक्रम का आयोजन था। वहीं इसका पता भाजपाइयों को लगा तो वे भी थाने के बाहर एकत्र हो गए। दोपहर तीन बजे तक कोई कार्रवाई नहीं होने से नाराज भाजपाइयों ने थाने के बाहर ही चक्काजाम कर दिया। हंगामे की सूचना पर एसडीओपी कुसमी रितेश चौधरी भी पहुंचे और बताया कि जांच के बाद एफआईआर की जा रही है।