रायपुर. शिकायतकर्ता को अपराधी बनाकर हवालात में डालने वाले टीआई की कार्रवाई से नाराज होकर ढाबा संचालक ने आत्महत्या कर लिया। दरअसल आरंग थाना क्षेत्र में टीआई की कार्रवाई से नाराज होकर ढाबा संचालक बुधराम सोनकर ने जहर खा लिया था। जिसकी उपचार के दौरान मौत हो गई। उसे रायपुर के एक निजी अस्पताल में गंभीर हालत में भर्ती कराया गया था। जहां उपचार के दौरान उसे दम तोड़ दिया। मृतक के पास से पुलिस को एक सुसाइड नोट मिला था, जिसमें आरंग पुलिस पर झूठे मामले में फंसाने और तीन अन्य लोगों की झूठी गवाही पर कार्रवाई करने की बात लिखी हुई थी।
मरने के बाद की कार्रवाई
आरंग पुलिस ने पहले तो मृतक की शिकायत को गंभीरता से नहीं लिया। जब उसने अपनी जान दे दी तब जाकर पुलिस ने सुसाइड नोट के आधार पर तीन अन्य लोगों को गिरफ्तार किया है। आरोपियों के खिलाफ आत्महत्या के लिए प्रेरित करने का मामला दर्ज किया गया है। आरोपियों के नाम राजू निषाद, राजेश निषाद और गिरधारी लाल पटेल है।
यह है पूरा मामला
पुलिस के मुताबिक राजू निषाद (61) का 27 अक्टूबर को मछली खरीदते समय बुधराम सोनकर (48)से झगड़ा हो गया था। बुधराम ने गाली-गलौज करते हुए राजू को झापड़ मार दिया था। इसकी शिकायत राजू ने आरंग थाने में की। इस पर सुनवाई नहीं होने पर राजू ने एसपी कार्यालय में शिकायत की। जांच के बाद एसपी कार्यालय से आवेदन फिर आरंग थाना पहुंचा। आरंग पुलिस ने बुधराम के खिलाफ 12 नवंबर को धारा 294, 323 के तहत अपराध दर्ज किया गया। अगले दिन रविवार को पुलिस ने बुधराम को गिरफ्तार किया और मुलाहिजा के बाद जमानत मुचलके पर छोड़ दिया। घटना से अपमानित बुधराम ने सोमवार सुबह करीब 8 बजे अपने घर में जहर खा लिया।
