कांकेर. छत्तीसगढ़ में माओवादियों ने कांकेर जिले के एक गांव में सरपंच के भाई की धारदार हथियार से गला रेतकर हत्या कर दी है। घटना मंगलवार देर रात की है। नक्सलियों ने घटना को अंजाम देने से पहले ही युवक का अपहरण कर लिया था। जंगल में ही उसकी हत्या करके शव गांव के बाहर फेक दिया। बुधवार सुबह जब ग्रामीणों ने खून से लथपथ लाश देखी तब हत्या का खुलासा हुआ। घटना जिले के आमाबेड़ा थाना क्षेत्र की है।
रात में उठा ले गए थे युवक को
पुलिस से मिली जानकारी के अनुसार नक्सल प्रभावित गांव हुर्रापिंजोडी में माओवादियों ने इस वारदात को अंजाम दिया है। गांव के सरपंच के भाई को हथियारबंद माओवादी उठाकर अपने साथ ले गए थे। मंगलवार देर रात उसकी हत्या करके शव गांव में फेक दिया। नक्सलियों ने मृतक की बेरहमी से गला रेतकर हत्या की है। घटना की सूचना मिलने के बाद एसपी शलभ सिन्हा ने जवानों की एक सर्चिंग टीम को घटना स्थल पर रवाना किया है।
एक साल में 137 की हत्या की जिम्मेदारी ली
नक्सलियों ने दो दिन पहले अपने दस्तावेज में यह दावा भी किया है कि वर्ष 2021-22 के दौरान उन्होंने 51 सलवा जुडूम, 40 नेताओं और 46 जनविरोधी नेताओं की हत्या की है। इसके अलावा इस दौरान मुठभेड़ और बीमारी से 132 नक्सली नेताओं की मौत भी हुई है। दंडकारण्य में नक्सलियों को सर्वाधिक नुकसान हुआ है। एक साल में यहां 89 नक्सली मारे गए है। पांच सालों में नक्सलियों ने 1300 हमले, 300 से अधिक आगजनी और 429 जवानों की हत्या का भी दावा किया है। इस बाबत नक्सलियों ने हिंदी, गोंडी और तेलुगु में अलग-अलग बुकलेट जारी किया है।





