रायपुर. मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने राज्य के किसान भाईयों से एक मार्मिक अपील की है। सीएम ने किसानों से कहा कि गौमाता के चारे के लिए आप अपने-अपने गांवों में पैरा दान अवश्य करें। खेतों में पैरा जलाने की बजाय अगर उसे गौठानों में दान कर देंगे तो गौमाता के लिए पर्याप्त चारे की व्यवस्था हो जाएगी। मुख्यमंत्री ने कहा है कि आप सब को मालूम है कि राज्य के गांवों में पशुधन के संरक्षण एवं संवर्धन के लिए गौठान बनाए गए है। इन गौठानों में गोधन के चारे और पानी का नि:शुल्क प्रबंध गौठान समितियों द्वारा किया गया है।
पंजाब-हरियाणा की तरह न जलाएं पैरा
सीएम ने कहा कि पशुधन के लिए गौठानों में सूखे चारे का पर्याप्त प्रबंध हो सके, इसके लिए किसान भाईयों से आग्रह है कि धान की कटाई के बाद खेतों में पंजाब, हरियाणा की तरह पैरा को जलाने की बजाय अपने गांव की गौठान समिति को बीते वर्ष भांति इस साल भी पैरा-दान करें। इससे गोधन के लिए चारे का इंतजाम करने में समितियों को आसानी होगी।
दान से नहीं बढ़ेगा प्रदूषण
सीएम बघेल ने कहा कि अभी पूरे प्रदेश में धान कटाई और मिंजाई का काम तेजी से चल रहा है। धान की कटाई के बाद पराली जलाने के बजाय पैरा को अपने नजदीक के गौठान को दान देने से प्रदेश में प्रदूषण भी नहीं होगा। मुख्यमंत्री ने कहा है कि खेतों में पराली जलाने से प्रदूषण के साथ स्वास्थगत समस्याएं पैदा होती है। इसलिए किसान भाई पराली जलाने से बचे।
