रायपुर। छत्तीसगढ़ राज्य स्थापना दिवस के मौके पर आयोजित राज्योत्सव व आदिवासी नृत्य महोत्सव का मंगलवार को रंगारंग आगाज हुआ। छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने दीप प्रज्ज्वलित कर राज्योत्सव के साथ ही तीन दिवसीय आदिवासी नृत्य महोत्सव का शुभारंभ किया। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल और विधानसभा अध्यक्ष डॉ. चरणदास महंत ने आदिवासी नगाड़ा बजाकर इसका उद्घाटन किया। इस मौके पर राज्यगीत अरपा पैरी के धार गाया गया।
इससे पहले साइंस कॉलेज मैदान पहुंचे मुख्यमंत्री भूपेश बघेल का सबसे पहले राजकीय गमछा ओढ़ाकर स्वागत किया गया। कार्यक्रम की शुरुआत में संस्कृति मंत्री अमरजीत भगत ने मुख्यमंत्री भूपेश बघेल को जनजातीय समूह का प्रतीक चिह्न मांदर भेंट किया। गृहमंत्री ताम्रध्वज साहू ने मुख्यमंत्री व विधानसभा अध्यक्ष को गौर मुकुटठ पहनाया। इस दौरान मुख्यमंत्री भूपेश बघेल मांदर की थाप पर खुद को थिरकने से नहीं रोक पाए। मांदर बजाते हुए मुख्यमंद्धी नृत्य कर रहे थे और विधानसभा अध्यक्ष चरणदास महंत भी उनका साथ दे रहे थे।
आदिवासी नृत्य महोत्सव के शुभारंभ के साथ ही साइंस कॉलेज मैदान का महौल वाद्य यंत्रों ध्वनियों से गूंज उठा। इस मौके पर मुख्यमंत्री बघेले आदिवासी नृत्य महोत्सव के पोस्टल स्टैम्प व इस केंद्रित एक कॉफी टेबल बुक का भी विमोचन किया गया। इसके बाद महोत्सव में शामिल होने पहुंचे देश विदेश के नर्कत दलों मार्च पास्ट किया। सबसे पहले मिस्र के लोक कलाकारों ने मार्चपास्ट शुरू किया। उसके बाद इंडोनेशिया, मालदीव, मोजाम्बिक, मंगोलिया, न्यूजीलैंड, रुस, रवांडा, सर्बिया और टोंगो गणराज्य के नर्तक दल मंच के सामने से गुजरे। इस दौरान देश के नर्तक दलों ने भी अपनी खास छाप छोड़ी ।