शाम को अर्घ्य देकर किया डूबते सूरज को प्रणाम
भिलाई। जो उदय होता है वह अस्त भी होता है,लेकिन महापर्व छठ हमें सीख देता है कि जो अस्त होता है वह उदय भी होता है। अंधकार से प्रकाश की ओर ले जाने वाले महापर्व छठ का पूरा शहर साक्षी बना। यूपी और बिहारवासी अपने परिवार के साथ छठ घाट पहुंचे तो मिनी इंडिया को एक बार फिर सार्थक करते दूसरे समाज के लोग भी व्रतियों का साथ देने घाट तक पहुंचे। घरों के आंगन से लेकर छत तक व्रतियों ने अपनी पूजा पूरी की। रविवार को ट्विनसिटी में महापर्व छठ पर शाम को व्रतियों ने पहला अघ्र्य दिया।


हथवा में सोहे सबरंग बाती तोहे अरघ दिआय..
आजु के लेले पहली अरघिया,त कालु भोरे जल्दी आई… कांच ही बांस के बहंगियां, बहंगी लचकत जाए, होई ना बलम जी कहरिया, बहंगी घाट पहुंचाए जैसे लोकगीतों के बीच शाम डूबते सूरज को अघ्र्य देकर व्रती ने परिवार की सुख समृद्धि मांगी तो किसी ने संतान की कामना की। तो किसी ने मांग का सिंदूर मांगा। लोकगीतों के साथ कभी वे खुशी से झूमने लगी तो कई लोकगीत उन्हें भावुक भी कर गए। अब सोमवार सुबह दूसरा अघ्र्य देकर व्रती अपना व्रत पूरा करेंगे।

दोपहर से लगी भीड़
शहर के तालाबों में दोपहर 3 बजे से ही छठ व्रती अपने परिवार के साथ पहुंचने लगे। वहीं तालाबों में पुलिस भी मुस्तैदी से तैनात रही। शाम करीब पांच बजे के बाद अस्ताचलगामी सूर्य को अघ्र्य देने लोग तालाब में उतरे और पहला अघ्र्य दिया। ट्विनसिटी के 20 से अधिक तालाबों के किनारे मेले सा माहौल रहा। रंगबिरंगी लाइटों और आतिशबाजी के बीच तालाब में जनसैलाब उमड़ पड़ा।

घर जाकर भरी कोसी
शाम को पहला अघ्र्य देकर कई घरों में व्रतियों ने कोसी भरी। जिसमें परिवार और आसपड़ोस के लोग शामिल हुए। सेक्टर 2 के सड़क 20 निवासी शशिप्रभा सिंह के घर कोसी भरी गई। उन्होंने बताया कि घर में सुख समृद्धि और खुशहाली की कामना कर कोसी भरी जाती है। कई जगह मन्नत पूरी होने पर भी कोसी भरने का रिवाज है।

पहुंचे जनप्रतिनिधि भी
तालाबों में जनप्रतिनधियों के पहुंचने का दौर भी चलता रहा। विधायक देवेन्द्र यादव, महापौर नीरज पाल, सांसद विजय बघेल, रिसाली महापौर शशि सिन्हास सहित कई जनप्रतिनिधि तालाब पहुंचे और लोगों से मिलकर उन्हें छठ पर्व की बधाई दी।
घर-मोहल्ले में बनाया घाट
कोरोना के बाद से कई परिवारों ने घर मोहल्ले में ही घाट बनाकर पूजा करने का सिलसिला जारी रखा। इस बार सेक्टर 1 में पावर हाउस के सामने बने पार्क और सड़क 35 के पास स्थित गार्डन में 120 बाई 40 मीटर का स्वीमिंग पुल नुमा कुंड बनाया गया है। जिसमें 100 से ज्यादा व्रती ने अघ्र्य दिया।