रायपुर. झीरम घाटी नक्सली कांड को लेकर पूर्व गृह मंत्री ननकी राम कंवर के दिए एक बयान से छत्तीसगढ़ की सियासत फिर गरमा गई है। ननकी राम ने कांग्रेस नेताओं को लेकर ऐसी टिप्पणी की है जो पूरे प्रदेश में चर्चा का विषय बन गया है। पूर्व कंवर ने कहा कि आपसी झगड़े की वजह से कांग्रेस काफिले पर नक्सली हमला हुआ था। कांग्रेस का एक नेता कहीं से गया तो दूसरा नेता दूसरे रास्ते से गया। स्पष्ट था कि कांग्रेसी नेताओं में आपसी लड़ाई झीरम नक्सली हमला कांड की वजह बनी थी। इस घटना में कांग्रेस पार्टी के नेताओ की एक पूरी पीढ़ी खत्म हो गई थी। उन्होंने कहा कि कांग्रेस की आपसी कलह के कारण यह हमला हुआ था।
9 साल पहले हुआ था हमला
2013 में 25 मई को कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष नंदकुमार पटेल की अगुवाई में कांग्रेस नेताओं का काफिला सुकमा में परिवर्तन यात्रा रैली समाप्त होने के बाद शाम करीब 4 बजे सुकमा से जगदलपुर जा रहा था, इसी दरमियान जब झीरम घाटी से होकर गुजर रहा था, तभी नक्सलियों ने पेड़ों को गिराकर रास्ता रोक दिया, कोई कुछ समझ पाता इससे पहले ही करीब 200 नक्सलियों ने गाडिय़ों पर अंधाधुंध फायरिंग शुरू कर दी। कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष नंदकुमार पटेल, पूर्व नेता प्रतिपक्ष महेंद्र कर्मा और पूर्व केंद्रीय मंत्री विद्याचरण शुक्ल समेत कई नेताओं की मौत हो गई। विधानसभा चुनाव से ठीक पहले छत्तीसगढ़ में कांग्रेस की टॉप लीडरशिप ही खत्म हो गई।
