दिल्ली. 21 वर्षीय युवती ने नौकरी लगवाने का झांसा देकर यौन शोषण करने के आरोपों से घिरे सीनियर आईएएस ऑफिसर को केंद्रीय गृह मंत्रालय ने सस्पेंड कर दिया है। मामला अंडमान और निकोबार कैडर के सीनियर आईएएस अफसर, पूर्व मुख्य सचिव जितेंद्र नारायण से जुड़ा है। रेप के आरोपी सीनियर आईएएस अधिकारी पर गृह मंत्रालय ने सख्त कार्रवाई की है। जिसके बाद नौकरशाहों के बीच हड़कंप मच गया है।
बलात्कार पीडि़ता ने पुलिस में की थी शिकायत
सीनियर आईएएस ऑफिसर जितेंद्र नारायण समेत एक अन्य अफसर के खिलाफ एक लड़की ने नौकरी का झांसा देकर रेप करने का आरोप लगाया था। मामला अंडमान निकोबार द्वीप समूह केंद्र शासित प्रदेश का है। 1990 बैच के आईएएस जितेंद्र नारायण मुख्य सचिव के पद पर तैनात थे। फिलहाल वे दिल्ली वितीय निगम के अध्यक्ष व प्रबंध निदेशक है। वहीं आर एल ऋषि वहां श्रम आयुक्त है। 21 वर्षीय युवती ने केंद्र शासित प्रदेश के एबरडीन पुलिस स्टेशन में इसी माह मामला दर्ज कराया था।
घर में बुलाकर किया रेप
युवती नौकरी की तलाश कर रही थी। तभी एक होटल मालिक ने उसकी पहचान श्रम आयुक्त आरएल ऋषि से करवाई। ऋषि ने उसे मुख्य सचिव जितेंद्र नारायण से मिलवाया। महिला ने बताया कि आर एल ऋषि ने अपनी कार से उसे मुख्य सचिव के आवास लेकर के गए। जहां उसे शराब पीने को कहा गया पर उसके मना करने पर दोनों अफसरों ने उसका बेरहमी से रेप किया। फिर दो सप्ताह बाद फिर से बंगले बुला कर रेप किया गया।