बालोद। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने गांव की जनता के लिए आसानी से राजस्व सेवाएं देने नई तहसीलों का गठन किया। सोमवार सीएम भूपेश बघेन ने 25 नई तहसीलों का उद्घाटन वर्चुअल माध्यम से किया। इसके साथ ही नए तहसील आस्तित्व में आ गए। सीएम बघेल ने जिन तहसीलों का उद्घाटन किया उनमें बालोद जिले के डौंडी लोहारा व गुंडरदेही विधानसभा के 96 गांवों के साथ जिले की 7वीं तहसील मार्री बंगला-देवरी भी शामिल है। लेकिन इस तहसील के बनने के बाद विवाद शुरू हो गया है।
दरअसल इस तहसील के नामकरण को लेकर ग्रामीणों ने विरोध शुरू कर दिया है। सोमवार को उद्घाटन के बाद से ही ग्रामीण विरोध में जुटने लगे। दोपहर बाद से गांव के लोग सड़क पर उतर आए। विरोध प्रदर्शन करने वाले देवरीबंगला के लोग हैं। देवरीबंगला के ग्रामीण उप तहसील के सामने धरने पर बैठ गए। स्टेट हाईवे पर पर चक्काजाम भी कर दिया गया। ग्रामीणों की मांग है कि पूर्ण तहसील का नाम देवरीबंगला होना चाहिए न कि मार्री बंगला- देवरी।
ग्रामीणों का कहना है कि देवरीबंगला को 1999 में उपतहसील का दर्जा मिला था। यहां सरकारी कर्मचारी भी पदस्थ किए गए और भवन भी बनाया गया। अब जब पूर्ण तहसील की बात आई मार्री बंगला- देवरी बना दिया गया। जिसे तहसील बनाया गया है वहां शासकीय स्कूल व ग्राम पंचायत के अलावा कोई शासकीय कार्यालय नहीं है। वहीं देवरीबंगला में पुलिस थाना, पटवारी हल्का, राजस्व निरीक्षक, सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र, पोस्ट ऑफिस, पशु औषधालय, तीन बैंक, नलकूप निर्माण इकाई, धान खरीदी केंद्र सहित सभी शासकीय कार्यालय उपलब्ध है। नियमानुसार पूर्ण तहसील का नाम देवरीबंगला ही होना चाहिए।