मोहला-मानपुर-अंबागढ़ चौकी. नवनिर्मित जिले में सरस्वती प्रतिमा विसर्जन के दौरान जमकर बवाल हो गया। रात में मूर्ति विसर्जन करने जा रहे ग्रामीण के साथ पुलिस की झड़प हो गई। जिससे ग्रामीण भी पुलिस से भिड़ गए। घटना से गुस्साए ग्रामीणों ने दस घंटे तक हाइवे जाम कर दिया। जिससे दोनों ओर लगभग दस घंटे तक वाहनों की लंबी-लंबी कतार लगी रही। दरअसल घटना जिले के मोहला की है। जहां पुलिस ने मूर्ति विसर्जन करने जा रही महिलाओं और बच्चों को तक नहीं बख्शा उन पर भी डंडे बरसा दिए। आक्रोशित ग्रामीणों ने शनिवार रात में ही थाना के सामने मुख्य मार्ग में करीब 10 घंटे तक चक्काजाम कर दिया। रविवार को 10 बजे तक ग्रामीण थाने के सामने बैठे रहे। जब एसडीओपी ने इस पूरे मामले पर ग्रामीणों से माफी मांगी तब जाकर मामला शांत हुआ।
यह है पूरा घटनाक्रम
मोहला के ग्रामीण शनिवार रात को सरस्वती के मूर्ति का विजर्सन कर रहे थे। विजर्सन के दौरान डीजे व बैंड बाजा के साथ ग्रामीण नाच रहे थे। इस दौरान सड़क पर व्यवस्था बनाने पुलिस की पेट्रोलिंग पार्टी मौके पर पहुंची और सड़क पर नाच रहे ग्रामीणों से यातायात व्यवस्था बाधित नहीं करने की बात कही। इस दौरान पेट्रोलिंग पार्टी के चालक के साथ ग्रामीणों की हाथापाई हो गई और ग्रामीणों ने पुलिस पेट्रोलिंग वाहन पर तोडफ़ोड़ कर दिया।

आक्रोशित पुलिस वाले वहां से थाना पहुंचे और दलबल के साथ फिर विसर्जन यात्रा में पहुंच कर ग्रामीणों पर ताबड़तोड़ हमला कर मारपीट शुरू कर दी। इस दौरान पुलिस व ग्रामीणों के बीच जमकर मारपीट व हाथापाई होती रही। पुलिस बल के द्वारा मारपीट करने का आरोप लगाकर आक्रोशित ग्रामीण थाना के सामने पहुंचे और रात करीब डेढ़ बजे चक्काजाम पर बैठ गए। रविवार को एसपी अक्षय कुमार, एसडीओपी अर्जुन कुर्रे मौके पर पहुंचे और ग्रामीणों को समझाइश देकर चक्काजाम को खुलवाया।

एसडीओपी पर कार्रवाई की मांग
ग्रामीणों ने बताया कि पेट्रोलिंग वाहन चालक से विवाद बाद एसडीओपी अर्जुन कुर्रे दल बल के साथ पहुंचे थे और ग्रामीणों से मारपीट शुरू कर दिया। ग्रामीणों ने एसडीओपी कुर्रे व कुछ सिपाहियों पर बेवजह ही ग्रामीणों से जमकर मारपीट का आरोप लगाया है। बताया जा रहा है कि मौके पर महिला पुलिस भी पहुंची थी और महिलाओं से भी मारपीट की गई है। आक्रोशित ग्रामीणों ने एसडीओपी व दोषी सिपाहियों पर कार्रवाई की मांग करते हुए जमकर नारेबाजी की।