रायपुर। छत्तीसगढ़ में महादेव बुक आईडी से ऑनलाइन सट्टा के कारोबार इस कदर हावी हो गया है कि लोग बुकी तरह तरह के हथकंडे अपना रहे हैं। इसी कड़ी में राजधानी रायपुर में बिरयानी सेंटर की आड़ में महादेव बुक आईडी से ऑनलाइन सट्टे का बड़ा खुलासा हुआ है। पुलिस को भनक लगते ही बिरयानी सेंटर का संचालक व उसके साथी फरार हो गए। वहीं पुलिस ने यहां पर करोड़ों रुपए के ऑनलाइन ट्रांजेक्शन का भी खुलासा किया है।
पुलिस के अनुसार तात्यापारा निवासी आशीष भालकर और नावेद कुरैशी यहां पर जायका बिरयानी सेंटर के नाम से रेंस्त्रा चलाते हैं। इनकी दुर्ग में भी एक ब्रांच हैं। आशीष भालकर ने महादेव बुक की आईडी ले रखी है। इसके संचालन के लिए आशीष ने कर्मचारी रख रखे हैं। जो यह आईडी चला रहे थे। आशीष ने बिरायानी सेंटर में पार्टनरशिप देने का झांसा देकर नयापारा निवासी शेख कमालुद्दीन के नाम से खाता खोल दिया। इसके लिए कमालुद्दीन ने अपना आधार कार्ड, पैन कार्ड, फोटो समेत अन्य दस्तावेज दे दिए थे। इस खाते में महादेव बुक का पैसा जमा होने लगा।
इसके बाद जब भी कमालुद्दीन अपना एटीएम पासबुक मांगता उसे मना कर देते। इसके बाद जब महादेव बुक की जानकारी हुई तो कमालुद्दीन ने पुलिस से संपर्क किया। इसके बाद पुलिस अलर्ट हुई तो आशीष भालकर, नावेद कुरैशी और उनका एक साथी प्रीतम अग्रवाल फरार हो गए हैं। फिलहाल पुलिस तीनों की तलाश कर रही है।
इधर महादेव बुक आईडी के संबंध में एसएसपी प्रशांत अग्रवाल ने बताया कि महादेव बुक में 7 बुकी और उनके लिए दांव लेने वाले 55 लोगों को गिरफ्तार किया गया है। अब तक 466 से ज्यादा बैंक खातों का पता लगाया जा चुका है। इनका रिकार्ड खंगाला जा रहा है। इनमें से कुछ खातों में जमा 95 लाख फ्रीज किया जा चुका है। जिन खातों से करोड़ों का ट्रांजेक्शन हो रहा है उनके खाताधारकों को पता ही नहीं है कि उनके खातों से इतना बड़ी रकम का लेनदेन हो रहा है।