भिलाई। कुम्हारी थाना अंतर्गत कपसदा गांव में बुधवार-गुरुवार दरमियानी रात को हुई चार लोगों की हत्या का शनिवार को दुर्ग एसपी डॉ अभिषेक पल्लव ने खुलासा कर दिया है। शनिवार को सेक्टर-6 स्थित पुलिस कंट्रोल रूम में एसपी पल्लव घटना का खुलासा करते कई राज खोले। हत्या की वजह छोटे भाई की गलत संगत व मोहनी दवा की लालसा थी और वह अपने बड़े भाई के टाटबाट से भी चिढ़ने लगा था। इसके कारण उसने हत्या की प्लानिंग की और अपने दो साथियों के साथ इस जघन्य हत्याकांड को अंजाम दिया। घटना के बाद आरोपियों ने घर से सात लाख से ज्यादा का कैश भी पार कर दिया। फिलहाल इस हत्याकांड के तीनों आरोपी पुलिस की गिरफ्त में हैं।
बता दें कुम्हारी के कपसदा गांव में पूनाराम टंडन की बाड़ी में गुरुवार सुबह चार पति पत्नी व दो बच्चों की लाशें मिली। ओडिशा के बलांगीर से आकर पिछले 12 वर्षों से भोलानाथ यादव अपने परिवार के साथ यहां रह रहा था। गुरुवार सुबह यहां भोलानाथ, उसकी पत्नी नैला यादव व दो बच्चे मुक्ता और परमद की लाशें मिली। सूचना के बाद मौके पर पुलिस के आला अधिकारी पहुंचे और जल्द ही इस मामले में आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया। मुख्य आरोपी मृतक का भाई किस्मत यादव व उसके दो साथियों आकाश मांझी तथा टीकम दास पृतलहरे को गिरफ्तार कर लिया गया।
दोनों भाईयों के थे एक ही महिला से संबंध
एसपी अभिषेक पल्लव ने बताया कि मृतक भोलानाथ यादव अवैध कामों में लिप्त था। बाड़ी में जुआ खिलाने से लेकर कई काम कराता था। इससे वह काफी पैसा बना रहा था। दिन ब दिन भोलानाथ यादव की अय्याशियां बढ़ रही थी। यही नहीं मृतक भोलेनाथ व आरोपी किस्मत यादव की एक ही महिला से संबंध थे। किस्मत यादव को लगता था कि उसके बड़े भाई के पास मोहनी दवा है और इसी के कारण व खूब पैसा कमा रहा है और उसकी महिला मित्र को भी उसने अपने वश में कर लिया है।
मोहनी दवा खाना चाहता था आरोपी
पूछताछ में यह भी बात सामने आई है कि आरोपी किस्मत यादव मोहनी दवा खाना चाहता था। इसके लिए उसने आकाश मांझी से संपर्क किया। आकाश मांझी इससे पहले मृतक भोलेनाथ यादव का दोस्त हुआ करता था दोनों में मनमुटाव हो गया। आकाश मांझी ने मोहनी दवा के लिए पैसे भी मांगे। इसके बाद किस्मत यादव ने अपने भाई से इसके लिए पैसे मांगे थे लेकिन उसने देने से मना कर दिया। बड़े भाई के पास अत्याधिक पैसा और अपने पास नहीं होना किस्मत यादव को काफी खल रहा था। इसलिए उसने अपने भाई की हत्या की प्लानिंग की।
तीनों ने मिलकर पी शराब और रात को पहुंचे बाड़ी में
इसके बाद किस्मत यादव ने आकाश मांझी व टीकम धृतलहरे के साथ मिलकर बुधवार को दोपहर से ही शराब पीना शुरू किया। इसके बाद रात को वे भोलानाथ की बाड़ी के गेट के पास पहुंचे। किस्मत यादव ने अपने भाई को आवाज देकर बुलाया। गेट से किस्मत ने भोलानाथ से पैसे की मांग की। इसके बाद भोलानाथ यादव मना करते हुए बुराभला कहना शुरू कर दिया। इस दौरान मारपीट शुरू हो गई। इस दौरा बाड़ी में पड़े कुल्हाड़ी से किस्मत ने भोलानाथ पर वार कर दिया। इसके बाद आकाश मांझी ने खेत में ही स्थित सब्बल तथा आरोपी टीकम द्वारा फसल काटने के पटटे से भोलानाथ के सिर पर लगातार वार किए। इससे मौके पर ही उसकी मौत हो गई। इसके बाद भोलानाथ की पत्नी ने चीखना शुरू कर दिया तो आरोपियों ने उसकी भी हत्या की। घर पर सोए दो बच्चों की भी हत्या कर दी।
एसपी ने बनाई थी अलग अलग टीमें
इस केस को सुलझाने के लिए एसपी दुर्ग डॉ अभिषेक पल्लव ने अलग-अलग टीमों का गठन किया था। टीम ए और टीम बी बनाकर इस केस की जांच कराई गई। सीएसपी कौशलेंद्र पटेल के नेतृत्व में सर्चिंग एवं गिरफ्तारी पार्टी बनाई गई। इसका प्रभार कि टीआई याकूब मेनन को दिया गया। वही इस टीम में टीआई विरेंद्र श्रीवास्तव ने विवेचना से लेकर बयान व लिखा पढ़ी आदि का काम किया। डीएसपी क्राइम नसर सिद्दीकी को टीम बी की कमान सौंपी गई। इसमें टेक्निकल टीम ने टीआई संतोष मिश्रा के नेतृत्व में काम किया। वहीं पूछताछ व इन्वेस्टिगेशन टीम ने एएसआई पूर्ण बहादुर सिंह के नेतृत्व में काम किया। इसके अलावा ओडिशा से दो आरोपियों को लाने में bhilai-3 थाना प्रभारी टीआई मनीष शर्मा की टीम ने महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।