कांकेर. कांकेर जिले में भालुओं का आतंक कम होने का नाम नहीं ले रहा है। चारामा वन परिक्षेत्र के ग्राम तारसगांव में अपने ही घर के बाड़ी में गए 9 साल के बच्चे की भालू ने दोनों आंखें नोंचते हुए उसे गंभीर रूप से घायल कर दिया गया था। गुरुवार को मासूम ने एम्स रायपुर में उपचार के दौरान दम तोड़ दिया। मासूम की मौत से दु:खी पिता का रो-रोकर बुरा हाल हो गया है। पिता बोले रौनक मेरा इकलौता बेटा था जो भालू के हमले के कारण अब हमारे बीच नहीं है।
बाड़ी में गया था मासूम तभी भालू ने किया हमला
कक्षा चौथी में पढऩे वाला रौनक पोया उम्र 9 वर्ष पर उसी के घर की बाड़ी में सुबह भालू ने हमला कर दिया। भालू ने उसकी दोनों आंखे नोंच ली थी। बालक को गंभीर हालात में रायपुर एम्स में भर्ती कराया गया था। जहां पर उपचार के दौरान उसकी मौत हो गई।

खून से लथपथ जमीन पर पड़ा था मासूम

मृतक के पिता सालिक राम पोया ने बताया कि रौनक स्कूल जाने के लिए तैयार हुआ था। ड्रेस पहनकर बाड़ी की तरफ गया। थोड़ी देर में चिल्लाने की आवाज आई। मां भूनेश्वरी पोया ने बाड़ी की तरफ जाकर देखा तो बांस पेड़ के पास उसका बेटा खून से लथपथ जमीन पर उल्टा पड़ा था। बच्चे की एक आंख जमीन पर गिरी थी और दूसरी आंख लटक रही थी।