कांकेर. मक्का की फसल बचाने की चाहत में एक किसान ने ऐसी लापरवाही कर दी जिससे एक युवक और भालू की मौत हो गई। दरअसल किसान खेत के बाड़े के फेसिंग तार में बिजली का करंट लगा दिया था। जिसकी चपेट में आकर युवक और भालू की मौत हो गई। घटना कोतवाली थाना क्षेत्र के ग्राम पंचायत कुम्हानखार की है। मौत की सूचना पर पहुंची वन विभाग टीम ने भालू के शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया। पुलिस ने युवक का शव पीएम को भेज आरोपी किसान के खिलाफ अपराध दर्ज कर जांच में लिया है।

लगा रखा था करंट
ग्राम कुम्हानखार में मक्का कीखेती करने वाले आरोपी किसान संदीप शोरी ने बताया कि उसने तीन एकड़ में मक्का की फसल लगाया है। फसल की रखवाली वह दिन में करता है। रात में फसल की सुरक्षा के लिए फेंसिंग तार कांटा लगाने के बाद भी भालू फसल को नुकसान पहुंचा देता था। रात में भालू को भगाने वह पहरा भी देता था लेकिन भालू फसल को तहस नहस देता था। परेशान होकर वह भालू को सबक सिखाने के लिए रात 8 बजे के बाद खेत के उपर से गुजरे हाईटेेंशन बिजली तार से हुक लगाकर करंट फेंसिंग तार में लगा देता था। सुबह 5 बजे जाकर निकाल देता था। ताकि किसान या अन्य व्यक्ति चपेट में न आए। पिछले कुछ दिनों से ऐसा कर भालू से फसल को बचा रहा था।

खेत के दूसरे छोर पर मरा हुआ था लड़का
मंगलवार को सुबह करीब 5 बजे एक भालू जोर-जोर से चिल्लाने लगा तभी वह मौके पर पहुंचा और करंट सप्लाई बंद कर भालू को खींचकर दूर ले गया। तभी गांव के अन्य लोग वहां पर पहुंच गए। जिन्होंने वन विभाग को इसकी जानकारी दे दी।
ग्राम सरपंच सोहेन्द्र कुंजाम ने बताया कि मंगलवार को सुबह उसे सूचना मिली कि करंट की चपेट में आने से एक भालू की मौत हो गई है। सूचना मिलते वह मौके पर पहुंचा तो देखा कि करंट के चपेट में आने से एक भालू मरा है। उस समय खेत के दूसरे छोर से बदबू आ रही थी तो उन लोगों ने सोचा कि हो सकता है कि कोई और जानवर करंट की चपेट में आया होगा। उस तरफ से बदबू आ रही थी।

घरवालों ने सोचा दोस्त के घर गया होगा
गांव के लोग जब खेत की दूसरे छोर में पहुंचे तो देखा कि गांव का युवक मूलचंद मंडावी उम्र 22 वर्ष पिता नथलू राम का गर्दन तार के करंट में चिपका था, जिसकी मौत हो चुकी थी। ग्राम सरपंच ने बताया कि युवक की मौत होने की जानकारी उनको नहीं थी वे लोग सिर्फ जंगली जानवर की मौत का अनुमान लगा रहे थे।
मृतक मूलचंद मंडावी का बड़ा भाई अर्जुन मंडावी ने बताया कि रविवार को रात में गांव में रामधुनी सांस्कृतिक कार्यक्रम चल रहा था। देखने के लिए वह रात में 9 बजे खाना खाकर चला गया था। रात में वापस नहीं आया तो सोचा कि किसी दोस्त के घर में सो गया होगा। दूसरे दिन सुबह तक जब वह घर नहीं पहुंचा तो मोबाइल पर फोन करने पर घंटी तो जा रहा थी लेकिन फोन नहीं उठा रहा था। गांव में उसकी तलाश कर रहा था। शाम तक मोबाइल पर घंटी बज रही थी। मंगलवार को सूचना पुलिस को देने वाला ही था तभी भालू के करंट लगने से मौत होने की सूचना मिली। दूसरे छोर से दुर्गंध आने पर वहां गया तो देखा कि उसका भाई मृत पड़ा था। घर से महज 200 मीटर दूर करंट से मौत हो गई थी।