भिलाई. हरियाणा, राजस्थान और मध्यप्रदेश में कहर ढहाने के बाद अब लंपी वायरस (lampi virus) ने छत्तीसगढ़ में भी दस्तक दे दी है। प्रदेश के दुर्ग जिले में लंपी वायरस का पहला मामला सामने आया है। यहां के कुछ मवेशियों में इसके लक्षण देखने को मिल रहे हैं। हालांकि अभी यह शुरुआत है। दुर्ग शहर के महावीर कालोनी के समीप एक मवेशी के त्वचा पर फोड़े नजर आए। स्किन में लंपी वाले लक्षण देख लोगों ने इसकी सूचना प्रशासन को दी। सूचना के बाद चिकित्सकों की टीम वहां पहुंची, तो मौके से मवेशी गायब हो गया था।
चिकित्सकों ने लिया ब्लड सैंपल
दुर्ग शहर के निवासी कांती पारख ने शिकायत किया कि उनके यहां एक मवेशी को आशंका है कि लंपी वायरस हो सकता है। इस पर चिकित्सक के साथ एक टीम पहुंची। मवेशी का ब्लड सैंपल लिया। मवेशी को दो इंजेक्शन भी दिए गए हैं। कांती पारख ने बताया कि उनके गौशाला में 500 से अधिक मवेशी है, लेकिन वे इसे अलग से रखे हैं। 1100 टीके की मांग की गई।
त्वचा रोग है लंपी
लम्पी स्किन डिजीज को गांठदार त्वचा रोग वायरस भी कहा जाता है। यह एक संक्रमित बीमारी है। संक्रमित पशु के संपर्क में आने से दूसरे पशु भी बीमार हो सकते हैं। इस वजह से जहां ऐसे मवेशी नजर आ रहे हैं, उनको वहीं रोककर रखने कहा जा रहा है। बतां दें कि लंपी वायरस से अब तक देशभर में हजारों पशुओं की मौत हो चुकी है।