रायपुर. विधानसभा चुनाव से ठीक पहले छत्तीसगढ़ में इन दिनों सियासी हलचल बढ़ गई है। जनता कांग्रेसी छत्तीसगढ़ ने विधायक दल के नेता लोरमी विधायक धर्मजीत सिंह को पार्टी से निकाल दिया है। पार्टी ने विधायक को छह साल के लिए निष्कासित किया है। मिली जानकारी के अनुसार जनता कांग्रेस छत्तीसगढ़ की केंद्रीय अध्यक्ष डॉ. रेणु जोगी और प्रदेश अध्यक्ष अमित जोगी ने रविवार रात विधानसभा अध्यक्ष डॉ. चरणदास महंत से मुलाकात की। उन्हें विधायक धर्मजीत सिंह को पार्टी से निष्कासित करने की सूचना देकर डॉ. रेणु जोगी को विधायक दल के नेता की मान्यता देने का आग्रह किया है। पार्टी ने धर्मजीत सिंह की विधानसभा सदस्यता रद्द करने की भी सिफारिश की है।
सबसे करीबी लोगों में से थे एक
प्रदेश अध्यक्ष अमित जोगी ने कहा, धर्मजीत जी उनके चाचा थे। वे स्वा. अजीत जोगी के सबसे करीबी और पार्टी के फाउंडर मेंबर में से एक थे। बड़े दु:खी मन से उनके खिलाफ यह फैसला लेना पड़ा है। धर्मजीत सिंह को पार्टी संस्थापक अजीत जोगी ने बहुत ही विश्वास के साथ विधायक दल का नेता बनाया था। पिछले लगभग एक वर्ष से कार्यकर्ताओं द्वारा लगातार उनकी शिकायत मिल रही थी। लोरमी विधायक पार्टी के कार्यकर्ताओं को महत्व नहीं दे रहे हैं।

महाराष्ट्र की तर्ज पर ऑपरेशन लोटस चलाने की कोशिश
जोगी कांग्रेस ने दावा किया है कि भाजपा छत्तीसगढ़ में ऑपरेशन लोटस चलाना चाहती थी। जनता कांग्रेस छत्तीसगढ़(जोगी) के तीन में से दो विधायक भाजपा से मिलना चाहते थे। इसके लिए 20 सितम्बर की तारीख भी तय हो गई थी। पार्टी को आशंका थी धर्मजीत सिंह पार्टी का ही भाजपा में विलय करा देंगे। जैसे महाराष्ट्र में एकनाथ शिंदे गुट ने शिवसेना प्रमुख उद्धव ठाकरे के साथ किया। इसके पहले ही जोगी कांग्रेस ने कार्रवाई करते हुए अपने विधायक दल के नेता धर्मजीत सिंह को ही पार्टी से 6 साल के लिए निष्कासित कर दिया है।
