ShreeKanchanpathShreeKanchanpath
  • होम
  • छत्तीसगढ़
    • रायपुर
    • दुर्ग-भिलाई
  • देश
  • विदेश
  • राजनीति
  • व्यापार
  • स्पोर्ट्स
  • मनोरंजन
  • हेल्थ
  • E-Paper
Reading: टिड्डियों का हमला कहीं प्रलय का संकेत तो नहीं?
Share
Notification Show More
Latest News
नशेड़ी कार चालक ने बारातियों पर चढ़ा दी कार, सड़क किनारे टेबल को भी मारी टक्कर… बारातियों व मोहल्ले वालों ने की जमकर पिटाई
January 27, 2023
Gustakhi Maaf: भारतीय गण-तंत्र और भस्मासुर
Gustakhi Maaf: भारतीय गण-तंत्र और भस्मासुर
January 27, 2023
कृषि मंत्री रविन्द्र चौबे ने ध्वजारोहण कर परेड की ली सलामी, उल्लेखनीय कार्य करने वाले अधिकारी-कर्मचारी हुए सम्मानित
कृषि मंत्री रविन्द्र चौबे ने ध्वजारोहण कर परेड की ली सलामी, उल्लेखनीय कार्य करने वाले अधिकारी-कर्मचारी हुए सम्मानित
January 27, 2023
अनोखी शादी : बेटे की मौत के बाद बुजुर्ग ससुर ने 42 साल छोटी बहू से कर ली शादी, मंदिर में लिए फेरे… चर्चा में जोड़ी
January 27, 2023
गृह मंत्री ताम्रध्वज साहू ने महासमुंद में किया ध्वजारोहण, शहीदों के परिजनों को किया सम्मानित
गृह मंत्री ताम्रध्वज साहू ने महासमुंद में किया ध्वजारोहण, शहीदों के परिजनों को किया सम्मानित
January 27, 2023
Aa
ShreeKanchanpathShreeKanchanpath
Aa
  • होम
  • छत्तीसगढ़
  • देश
  • विदेश
  • राजनीति
  • व्यापार
  • स्पोर्ट्स
  • मनोरंजन
  • हेल्थ
  • E-Paper
Search
  • होम
  • छत्तीसगढ़
    • रायपुर
    • दुर्ग-भिलाई
  • देश
  • विदेश
  • राजनीति
  • व्यापार
  • स्पोर्ट्स
  • मनोरंजन
  • हेल्थ
  • E-Paper
Follow US
© Copyright ShreeKanchanpath 2022 | All Rights Reserved | Made in India by Anurag Tiwari
FeaturedNational

टिड्डियों का हमला कहीं प्रलय का संकेत तो नहीं?

By @dmin Published May 30, 2020
Share
टिड्डियों का हमला कहीं प्रलय का संकेत तो नहीं?
टिड्डियों का हमला कहीं प्रलय का संकेत तो नहीं?
SHARE

नई दिल्ली (आईएनडी)। मानव जाति प्रकृति के गुप्त संदेश को नहीं समझ पा रही है। मनुष्य ने जिस तरह से प्रकृति को नुकसान पहुंचाया है उसके चलते जलवायु परिवर्तन, जंगल में भीषण आग, बेमौसम बारिश, आंधी, तूफान, चक्रवात, भयंकर भूकंप, महामारी और टिड्डियों का आंतक जैसे तमाम तरह के प्रकोप बढ़ गए हैं। यह प्रकोप हमें बता रहे हैं कि यदि हम अब भी नहीं संभलें तो निकट भविष्य में महाप्रलय संभव होगी और तब मनुष्य कुछ भी नहीं कर पाएगा उसी तरह जिस तरह की आज मनुष्य जाति मात्र कोरोना वायरस के आगे बेबस है।
जाने टिड्डियों के आंतक के पीछे का रहस्य।
कहां से आया टिड्डी दल : अफ्रीका से अरब और अरब से ईरान, पाकिस्तान और फिर भारत में टिड्डियों ने हमला किया है जिसके चलते किसानों की करोड़ों की फसल नष्ट हो गई है। इस फसल के नष्ट होने से आने वाले समय में खाद्यान की कमी होगी और महंगाई बढ़ेगी। टिड्डी दल में कम से कम 10 लाख से ज्यादा टिड्डियां होती हैं। एक के पीछे एक करके कई टिड्डी दल समयांतर में हमला करते हैं। विशेषज्ञों का कहना है कि जिस तरह से इन टिड्डियों ने हमला किया है उससे देश में करोड़ों रुपए के कीमत की मूंग दाल और अन्य फसलों के नुकसान होने का खतरा मंडरा रहा है। ये टिड्डी दल जिस इलाके से गुजर जा रहे हैं वहां के खेतों में फसलें गायब हो जाती हैं। साल 2019 में भी टिड्डियों ने देश में बहुत नुकसान पहुंचाया था। साल 1993 में टिड्डियों का सबसे बड़ा हमला हुआ था।
कैसे पनपता है टिड्डी दल : टिड्डियों के भारी संख्या में पनपने का मुख्य कारण वैश्विक तापवृद्धि के चलते मौसम में आ रहा बदलाव है। जलवायु परिवर्तन के चलते धरती के कई इलाकों में चक्रवात पैदा हो रहे हैं जिसके चलते बेमौसम बारिश हो रही है। मई 2018 में मेकुनु चक्रवात और इसके बाद अक्टूबर 2018 में लुबन चक्रवात के कारण अरब प्रायद्वीप में भारी बारिश हुई व रेगिस्तान में तालाब बन गए, जो टिड्डी के प्रजनन के लिए अनुकूल माहौल होता है। इसके बाद जनवरी 2019 में लाल सागर के तटीय क्षेत्र में बेमौसम भारी बारिश हो गई। इस क्षेत्र में बारिश की अवधि बढ़कर 9 महीने की हो गई, जिससे ये टिड्डी दल कई गुणा बढ़ गए। टिड्डी बहुत तेजी से विकसित होती हैं। इनके एक औसत झुंड में 80 से 100 लाख टिड्डी होती है, पहले प्रजनन में टिड्डी 20 गुणा बढ़ जाती हैं, दूसरे प्रजनन में 400 गुणा और तीसरे प्रजनन में 16 हजार गुणा बढ़ जाती हैं। इसका मतलब है कि अगर प्रजनन की अवधि बढ़ जाए, तो उनकी संख्या में बेतहाशा इजाफा हो जाएगा।
विशेषज्ञों ने बताया कि एक मादा टिड्डी तीन बार तक अंडे दे सकती है और एक बार में 95-158 अंडे तक दे सकती हैं। टिड्डियों के एक वर्ग मीटर में एक हजार अंडे हो सकते हैं। इनका जीवनकाल तीन से पांच महीनों का होता है। नर टिड्डे का आकार 60-75 एमएम और मादा का 70-90 एमएम तक हो सकता है।
एक दिन में 35 हजार लोगों का खाना हजम : दुनियाभर में टिड्डियों की 10 हजार से ज्यादा प्रजातियां पाई जाती हैं, लेकिन भारत में केवल चार प्रजाति ही मिलती हैं। इसमें रेगिस्तानी टिड्डा, प्रवाजक टिड्डा, बंबई टिड्डा और पेड़ वाला टिड्डा शामिल हैं। इनमें रेगिस्तानी टिड्डों को सबसे ज्यादा खतरनाक माना जाता है। ये टिड्डियां एक दिन में 35 हजार लोगों का खाना चट कर जाती है। कृषि अधिकारियों के अनुसार, रेगिस्तानी टिड्डों की वजह से दुनिया की दस फीसद आबादी का जीवन प्रभावित हुआ है।
कैसे बच सकते हैं : इससे बचने के लिए पहले से ही नियंत्रण, निगरानी और किटनाशक का छिड़काव जरूरी है। कई क्षेत्रों में सामुदायिक रूप से ध्वनि यंत्र (ढोल आदि) का उपयोग कर इन्हें खेत में बैठने के पहले ही भगा दिया जाता है। इसके अलावा दलदली क्षेत्रों, तालाबों आदि जगहों पर डिड्डियों के अंडे को पनपने से पहले ही नष्ट किया जाना भी जरूरी है।

You Might Also Like

नशेड़ी कार चालक ने बारातियों पर चढ़ा दी कार, सड़क किनारे टेबल को भी मारी टक्कर… बारातियों व मोहल्ले वालों ने की जमकर पिटाई

Gustakhi Maaf: भारतीय गण-तंत्र और भस्मासुर

कृषि मंत्री रविन्द्र चौबे ने ध्वजारोहण कर परेड की ली सलामी, उल्लेखनीय कार्य करने वाले अधिकारी-कर्मचारी हुए सम्मानित

अनोखी शादी : बेटे की मौत के बाद बुजुर्ग ससुर ने 42 साल छोटी बहू से कर ली शादी, मंदिर में लिए फेरे… चर्चा में जोड़ी

गृह मंत्री ताम्रध्वज साहू ने महासमुंद में किया ध्वजारोहण, शहीदों के परिजनों को किया सम्मानित

@dmin May 30, 2020
Share this Article
Facebook Twitter Whatsapp Whatsapp Copy Link
Share
Previous Article रिकॉर्ड पर रिकॉर्ड बना रहा कोरोना, पिछले 24 घंटे में करीब 8 हजार नए मामलों के साथ अब तक की सबसे बड़ी उछाल रिकॉर्ड पर रिकॉर्ड बना रहा कोरोना, पिछले 24 घंटे में करीब 8 हजार नए मामलों के साथ अब तक की सबसे बड़ी उछाल
Next Article मोदी सरकार 2 का एक साल पूरा: राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी ने गिनाई उपलब्धियां

Ro. No. – 12276/16

क्रमांक 4368/विप-इवेंट/टूरि.बो./2023

Shree Kanchanpath is Chhattisgarh s best Hindi News Channel. Shree KP news channel covers the latest news in politics, entertainment, Bollywood, business and sports. Stay tuned for all the breaking news in Hindi! follow us onSubscribe To Our Channel: https://www.youtube.com/channel/UCsJ0...Official website: https://www.shreekanchanpath.com/Like us on Facebook: https://www.facebook.com/shreekanchan...Follow us on Twitter: https://twitter.com/KPNewsCG?t=4kh-Vv7xwhvVs_Suj2DrXA&s=09Follow us on Instagram: https://www.instagram.com/shreekpnews/?igshid=YmMyMTA2M2Y%3D
bhilai में सुंदरकांड का पाठ, तोड़ेगा Record... रामभक्त तैयार || KP News
Subscribe

Advertisement

Advertisement

You Might Also Like

नशेड़ी कार चालक ने बारातियों पर चढ़ा दी कार, सड़क किनारे टेबल को भी मारी टक्कर… बारातियों व मोहल्ले वालों ने की जमकर पिटाई

January 27, 2023
Gustakhi Maaf: भारतीय गण-तंत्र और भस्मासुर

Gustakhi Maaf: भारतीय गण-तंत्र और भस्मासुर

January 27, 2023
कृषि मंत्री रविन्द्र चौबे ने ध्वजारोहण कर परेड की ली सलामी, उल्लेखनीय कार्य करने वाले अधिकारी-कर्मचारी हुए सम्मानित

कृषि मंत्री रविन्द्र चौबे ने ध्वजारोहण कर परेड की ली सलामी, उल्लेखनीय कार्य करने वाले अधिकारी-कर्मचारी हुए सम्मानित

January 27, 2023

अनोखी शादी : बेटे की मौत के बाद बुजुर्ग ससुर ने 42 साल छोटी बहू से कर ली शादी, मंदिर में लिए फेरे… चर्चा में जोड़ी

January 27, 2023
Logo

छत्तीसगढ़ प्रदेश का एक विश्वसनीय न्यूज पोर्टल है, जिसकी स्थापना देश एवं प्रदेश के प्रमुख विषयों और खबरों को सही तथ्यों के साथ आमजनों तक पहुंचाने के उद्देश्य से की गई है। इसके साथ ही हम महत्वपूर्ण खबरों को अपने पाठकों तक सबसे पहले पहुंचाने के लिए प्रतिबद्ध हैं।

क्विक लिंक्स

  • होम
  • E-Paper
  • Crime
  • Durg-Bhilai
  • Education

Follow Us

हमारे बारे में

एडिटर : राजेश अग्रवाल
पता : शॉप नं.-12, आकाशगंगा, सुपेला, भिलाई, दुर्ग, छत्तीसगढ़ – 490023
मोबाइल : 9303289950
ई-मेल : shreekanchanpath2010@gmail.com

© Copyright ShreeKanchanpath 2022 | All Rights Reserved | Made in India by Anurag Tiwari

Removed from reading list

Undo
Welcome Back!

Sign in to your account

Lost your password?