जांजगीर। छत्तीसगढ़ के जांजगीर-चांपा जिले के एक गांव में बोरवेल में 80 फीट नीचे फंसे 11 साल के राहुल साहू को 60 घंटे बाद भी नहीं निकाला जा सका है। उसे रोबोट से निकालने के प्रयास विफल हो गए हैं। एनडीआरएफ व अन्य सुरक्षा एजेंसियों की टीम उसे निकालने के प्रयासों में जुटी है। बीच में चट्टान आने से मुश्किल आ रही है।
जांजगीर के पिहरीद गांव में राहुल शुक्रवार को खेलते खेलते 80 फिट सूखे बोरवेल में जा गिरा था। उसके बाद शाम 4 बजे से उसे निकालने के प्रयास जारी हैं। रविवार सुबह 10 बजे बोरवेल में रोबोट उतारा गया, लेकिन वह भी बच्चे को निकालने में विफल रहा। इसके साथ ही बोरवेल के पास में सोमवार सुबह तक बचाव टीम अपने लक्ष्य तक पहुंचने की कोशिश में है, ताकि फंसे बच्चे को निकाला जा सके। इतनी गहराई के बाद नीचे चट्टान आने से पत्थर काट कर सुरंग बनाई जा रही है। इसमें वक्त लग सकता है।


मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने कहा कि काफी रात हो चुकी है, लेकिन छत्तीसगढ़ में उस सुबह के इंतजार का इम्तिहान जरा लंबा हो चुका है। राहुल साहू के बोरवेल में गिरने के हादसे को इस समय पूरा छत्तीसगढ़ अपना पारिवारिक हादसा मानकर जिस तरह से प्रार्थनाएँ कर रहा है, यह हम सबका पारस्परिक संबल है। सोशल मीडिया/मीडिया के माध्यम से आप तक खबर पहुँच रही है, देश भर के लोग इस ऑपरेशन पर नजर बनाए हुए हैं।
लगभग 60-65 घंटे से अधिक समय से जारी ऑपरेशन अब अपने अंतिम दौर में प्रवेश कर चुका है। यह छत्तीसगढ़ का अब तक का सबसे बड़ा रेस्क्यू ऑपरेशन है। आने वाले 5-6 घंटे हमारा बड़ा इम्तिहान हैं। इस रेस्क्यू ऑपरेशन में लगे सभी अधिकारियों, कर्मचारियों एवं सभी टीमों को मेरी शुभकामनाएँ। आपके चट्टानी इरादे चट्टानों को तोड़ रहे हैं, खराब मौसम का रुख मोड़ रहे हैं, मुझे विश्वास है कि आपके अथक प्रयास और समर्पित सेवाभाव से राहुल जल्द सकुशल हमारे बीच होगा।


मैंने कलेक्टर जांजगीर-चांपा को भी निर्देश किया है कि आपातकालीन चिकित्सा की पूर्ण तैयारी रखी जाए, साथ ही कलेक्टर बिलासपुर को भी सिम्स, अपोलो हॉस्पिटल में तैयारी रखने के निर्देश दिए हैं। हम सब ईश्वर से प्रार्थना करते हैं, हमारी टीमों पर पूर्ण विश्वास रखते हुए आशा करते हैं कि राहुल साहू का मुस्कुराता चेहरा हम सबके बीच होगा। हम होंगे कामयाब!
सांसत में जान, डॉक्टर भी जुटे
हालांकि, बालक को बोरेवल में गिरे आज चौथा दिन है, इसलिए उसकी जान सांसत में है। चिकित्सकों की टीम को भी मौके पर बुला लिया गया, जो बोरवेल के अंदर ऑक्सीजन पहुंचा रहे हैं। बचाव दल उसकी जान बचाने की भरसक कोशिश में है। जानकारों का कहना है कि अभी कुछ घंटे और लगेंगे, उसके बाद ही सुरंग से राहुल तक पहुंचा जा सकेगा।