रायपुर। छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने शुक्रवार को जम्मू-कश्मीर में टारगेट किलिंग को लेकर नरेंद्र मोदी सरकार पर निशाना साधा और पूछा कि इन घटनाओं पर भाजपा और आरएसएस चुप क्यों हैं। उन्होंने यह भी कहा कि हालांकि भाजपा नेताओं ने पहले दावा किया था कि अनुच्छेद 370 को निरस्त करने से जम्मू-कश्मीर में स्थिति सामान्य हो जाएगी, लेकिन स्थिति इससे बहुत दूर है। बघेल अपने निर्वाचन क्षेत्र-वार जनसंपर्क अभियान ‘भेंट मुलकात’ के तहत बस्तर क्षेत्र जाने से पहले यहां पुलिस लाइन के हेलीपैड पर पत्रकारों से बात कर रहे थे।
कश्मीर में हाल ही में टारगेट हत्याओं पर एक सवाल पर बघेल ने कहा, वे (भाजपा नेता) दावा कर रहे थे कि जम्मू-कश्मीर का विशेष दर्जा रद्द करने के बाद वहां सब कुछ सामान्य हो जाएगा। फिर ऐसा क्यों नहीं हुआ? उनके पास ‘कश्मीर फाइल्स’ देखने का समय था। लेकिन अब भाजपा और आरएसएस चुप क्यों हैं जब वहां हिंदुओं की हत्या की जा रही है? उन्होंने आरोप लगाया कि महत्वपूर्ण बात यह है कि कश्मीर पर उनकी रणनीति पूरी तरह विफल रही है। उन्होंने जो सोचा वह सही नहीं था। बघेल ने आगे पूछा कि कश्मीर में कश्मीरी पंडितों और हिंदुओं की हत्याओं के लिए कौन जिम्मेदार है और उनकी सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए सरकार क्या कर रही है।

गुरुवार को हिंदू सरकारी कर्मचारियों ने वहां एक रैली निकालकर यह जानने की मांग की कि उनकी सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए सरकार द्वारा क्या कदम उठाए जा रहे हैं। भारत सरकार और जम्मू-कश्मीर के राज्यपाल को इनका जवाब देना चाहिए। उन्होंने कहा कि जब वे सरकारी कर्मचारियों की सुरक्षा नहीं कर सकते तो आम लोगों का क्या होगा। राज्यसभा चुनाव में संभावित खरीद-फरोख्त के मद्देनजर हरियाणा कांग्रेस के विधायकों के यहां आने के बारे में पूछे जाने पर उन्होंने कहा कि सब कुछ ठीक है और वे प्रशिक्षण ले रहे हैं और बैठक कर रहे हैं। उन्होंने भाजपा पर खरीद-फरोख्त में शामिल होने का भी आरोप लगाया और दावा किया कि वह अन्य दलों के नेताओं को बल और छल से अपने पाले में लाती है।
